JHARKHAND NEWS: कोयला और खान राज्यमंत्री सतीश चंद्र दुबे पर लगा आरोप; अफसर से उतरवाए जूते, BCCL ने बात से किया इंकार

बीसीसीएल के दौरे के दौरान कोयला और खान राज्यमंत्री सतीश चंद्र दुबे से जुड़ी एक खबर में दावा किया जा रहा है कि मंत्री के जूते बीसीसीएल के एक अधिकारी ने उतारे। बीसीसीएल की तरफ से कहा गया कि यह खबर पूरी तरह से आधारहीन और भ्रामक है।



सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के एक सीनियर अधिकारी ने केंद्रीय कोयला राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे के जूते उतारे। वहीं एक और अधिकारी द्वारा उनके पजामे की डोरी बांधने की बात भी कही जा रही है। हालांकि बीसीसीएल की तरफ से कहा गया कि यह खबर पूरी तरह से आधारहीन और भ्रामक है। बता दें कि बीसीसीएल कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की सहायक कंपनी है।

बीसीसीएल ने वीडियो को बताया भ्रामक 

बीसीसीएल के दौरे के दौरान कोयला और खान राज्यमंत्री सतीश चंद्र दुबे से जुड़ी एक खबर में दावा किया जा रहा है कि मंत्री के जूते बीसीसीएल के एक अधिकारी ने उतारे। बीसीसीएल की तरफ से कहा गया कि यह खबर पूरी तरह से आधारहीन और भ्रामक है। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि जब मंत्री भूमिगत खदान का निरीक्षण करके बाहर आते हैं और अपने माइनिंग बूट्स उतारते हैं तो बीसीसीएल के अधिकारी उन्हें एक ओर रखते हुए स्टोर में रखने के लिए किसी स्टाफ को देते हैं। खदान में जाने और आने के बाद निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार माइनिंग बूट्स, हेलमेट, हेडलैम्प्स, लैम्प-बैटरी बेल्ट्स और छड़ी आदि सभी वस्तुओं को गिनकर स्टोर में रखा जाता है और उनकी गणना की जाती है।

पायजामे ठीक करने वाला दावा भी गलत: बीसीसीएल

बीसीसीएल ने बताया कि अधिक जानकारी के लिए यह भी स्पष्ट किया जाता है कि माइनिंग बूट हाथ से नहीं उतारे जाते हैं। इसके बजाय जूते को एक उपकरण में पैर रख कर निकाला जाता है। इसके अतिरिक्त यह दिखाया जाना भी पूरी तरह से गलत और भ्रामक है कि कंपनी के अधिकारी ने मंत्री के पजामे को ठीक किया। इस संदर्भ में स्पष्ट किया जाता है कि हेडलैंप की बैटरी लगाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बेल्ट को मंत्री के साथ मौजूद किसी व्यक्ति द्वारा ठीक से एडजस्ट किया जा रहा था।

 

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