JHARKHAND NEWS: हुसैन पार्क में जूलुस और रैलियों के कारण यातायात प्रभावित; 60 दिनों के लिए धारा 144 लागू
हाल ही में झारखंड के जाकिर हुसैन पार्क में विभिन्न संगठनों और दलों द्वारा किए जा रहे धरना प्रदर्शन जुलूस और रैलियों के कारण सरकारी कामकाज और यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही थी। इसे देखते हुए एसडीओ ने संबंधित क्षेत्रों में निषेधाज्ञा जारी की है। यह निषेधाज्ञा 60 दिनों के लिए जारी की गई है। लोगों को सरकार के नियमों का पालन करना होगा।
हाल के दिनों में जाकिर हुसैन पार्क की जगह विभिन्न संगठनों और दलों के द्वारा धरना, प्रदर्शन, जुलूस, रैली इत्यादि राजभवन मुख्य द्वार, मुख्यमंत्री आवास, कांके रोड पर किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों से सरकारी काम-काज में व्यवधान उत्पन्न न हो और यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो इसके लिए एसडीओ ने संबंधित क्षेत्रों में निषेधाज्ञा जारी की गई है।
इन इलाकों में निषेधाज्ञा जारी
मुख्यमंत्री आवास मोरहाबादी के चहारदीवारी से 100 मीटर की परिधि में, पुराना मुख्यमंत्री आवास कांके रोड के चहारदीवारी से 100 मीटर की परिधि में, राजभवन के चहारदीवारी से 100 मीटर की परिधि में (जाकिर हुसैन पार्क को छोड़ कर), झारखंड उच्च न्यायालय के चहारदीवारी से 100 मीटर की परिधि में, नये विधानसभा के चहारदीवारी से 500 मीटर की परिधि में, प्रोजेक्ट भवन, नेपाल हाउस, भवन के 100 मीटर की परिधि में, प्रोजेक्ट भवन, एचईसी धुर्वा, भवन के 200 मीटर की परिधि में, निषेधाज्ञा एक नंवबर तक (60 दिन) या अगले आदेश तक जो पूर्व लागू हो तक रहेगा।
हड़बड़ी में निकाली बहाली, युवकों को मिल रही सजा : मरांडी
उत्पाद सिपाही की दौड़ में गिरकर मृत थाना क्षेत्र के जिराबार ओरमांझी के युवक अजय महतो के स्वजन से मिलने मंगलवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पहुंचे। स्वजन ने मुआवजा, सरकारी नौकरी, पचास लाख व एक पीएम अवास दिलाने की मांग की। बाबूलाल मरांडी ने घटना के प्रति दुख जताया। पार्टी की ओर से एक लाख रुपये की सहायता राशि दी और सरकार पर पुरानी नियमावली बदलकर हड़बड़ी में भर्ती निकालने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि एक घंटे में 10 किमी दौड़ सैनिकों की भर्ती में भी नहीं होती है। रात 12 बजे से लाइन में लगना और बिना सोए व लाइन में खड़े-खड़े थके युवक की सुबह दिन में दौड़ना।
यह नौकरी के नाम पर राज्य के युवाओं को सजा देने के समान: बाबू लाल मरांडी
किसी की बहाली भी होने वाली नहीं है। यह नौकरी के नाम पर राज्य के युवाओं को सजा देने के समान है। मृतक के पिता देवलाल महतो, भाई अंकित कुमार महतो व मौसी मां अनिता देवी ने बाबूलाल मरांडी को घटना की विस्तृत जानकारी दी और बताया कि सदर हास्पिटल डालटनगंज से रात में उपचार के लिए रिम्स लाया गया था।
रिम्स में व रास्ते में अजय बातें भी कर रहा था। बावजूद नाक पर पाइप लगा दूध दिया गया। इसके थोड़ी देर बाद ही उसकी मौत हो गई। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि स्वजन प्राइवेट अस्पताल में ले जाना चाह रहे थे, तो छुट्टी दे देना चाहिए था। स्वजन की मांग वर्तमान सरकार पूरा नहीं करती है तो भाजपा की सरकार बनने पर पूरा किया जाएगा। स्वजन को मांगना भी नहीं पड़ेगा।
चिकित्सक, आयोजक सहित सामान्य रूप से सभी दोषी है। घटना की पूरी न्यायिक जांच होनी चाहिए। राज्यसभा सदस्य सह प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने भी सरकार की बहाली नियमावली की आलोचना करते हुए कहा कि न्यायाधीश की एक जांच टीम गठित कर इसकी जांच होनी चाहिए।