गोरखपुर में मनाई गई पंडित हरिशंकर तिवारी की जयंती, अखिलेश ने बोला योगी सरकार पर हमला

पूर्वांचल के बाहुबली पूर्व मंत्री स्व.हरिशंकर तिवारी की 5 अगस्त को जयंती है। उनकी जयंती को यादगार बनाने के लिए उनके गांव टांडा में समर्थक प्रतिमा स्थापित कराना चाह रहे हैं। लेकिन उनकी प्रतिमा स्थापना के लिए बन रहे चबूतरे पर प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाए जाने से प्रदेश की सियासत गर्म है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे मामले को लेकर खामोश हैं। तो वहीं डिप्टी सीएम केशव मौर्या ने अपने अंदाज में कहा कि इसके विषय में गोरखपुर वाले जाने। इससे सरकार का कुछ लेना देना नहीं। इन्हीं विवादों को बीच बड़हलगंज के डिग्री कॉलेज में 5 अगस्त को होनी वाली संगोष्ठी में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आने को लेकर अटकले तेज हैं। अखिलेश ने संगोष्ठी में शामिल होने को लेकर न तो हामी भरी है, न ही मना किया है।
रविवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पोस्ट कर बताया कि पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी की प्रतिमा स्थापना समारोह के अंतर्गत आयोजित विकास की अवधारणा एवं जननायक पंडित हरिशंकर तिवारी विषयक संगोष्ठी में बीज वक्तव्य देने के लिए आमंत्रित किया गया है। यह लिखा है पोस्ट में पूर्व सीएम ने लिखा है कि पूर्व नियोजित कार्यक्रमों में व्यस्तताओं के बावजूद भी इस कार्यक्रम में शामिल होने का पूरा प्रयास रहेगा। इस कार्यक्रम की सफलता के लिए अग्रिम शुभकामनाएं। अखिलेश के इस प्रतिक्रिया के बाद पूर्वांचल में सियासत फिर गर्म है। इस माहौल को सपा भुनाना चाह रही है। पार्टी ने विधानसभा में प्रशासन की कार्रवाई का मुद्दा उठाया। अब पार्टी मुखिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसे और हवा दे दी है। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम ने बताया कि पार्टी के पदाधिकारियों को पोस्ट की जानकारी हुई है। यह सकारात्मक संकेत हैं। प्रदेश कार्यालय संपर्क किया गया है। वहां से अब तक कोई जवाब नहीं मिला है। हो सकता है देर रात कार्यक्रम अंतिम रूप से फाइनल हो। राष्ट्रीय अध्यक्ष के स्वागत के लिए कार्यकर्ता तैयार हैं।