पूर्व माध्यमिक विद्यालय ठूठीबारी से जुड़ी 6 बिंदुओं पर मांगी गई RTI सूचना, निलंबन से लेकर मिड-डे मील योजना तक सवालों की झड़ी

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जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 (RTI) के तहत बेसिक शिक्षा सचिव उत्तर प्रदेश से मांगी गई जन सूचना 

एपीएस न्यूज़, महराजगंज (मु. सलीमुल्लाह)
निचलौल/महराजगंज  निचलौल ब्लॉक अंतर्गत ग्राम सभा ठूठीबारी के टोला सड़कहवा स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय को लेकर एक समाजसेवी द्वारा जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 (RTI) के तहत बेसिक शिक्षा सचिव, उत्तर प्रदेश को आवेदन दिया गया है। आवेदन में छह गंभीर बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई है, जो विद्यालय की पारदर्शिता, प्रशासनिक व्यवस्था, मिड-डे मील संचालन और विभागीय कार्रवाई को कठघरे में खड़ा करते हैं।

🔍 मांगी गई छह प्रमुख सूचनाएं:

1️⃣ निलंबन के बाद विद्यालय का चार्ज किसे दिया गया?

RTI में पूछा गया है कि 13 जनवरी 2025 से विद्यालय का चार्ज किस शिक्षक या कार्मिक को सौंपा गया? चार्ज सौंपने का प्रमाण-पत्र भी मांगा गया है।

2️⃣ मिड-डे मील योजना किस मद से चलाई जा रही है?

समाजसेवी ने यह जानना चाहा है कि मिड-डे मील योजना 13 जनवरी 2025 से अब तक किस फंड से संचालित हो रही है, और इस दौरान योजना नियमित रही या बंद? सत्यापित मासिक विवरण भी मांगा गया है।

3️⃣ निलंबित शिक्षक पर लगे आरोपों की स्थिति क्या है?

यह जानकारी मांगी गई है कि निलंबन के बाद शिक्षक को ग्राम सभा किशुनपुर, टोला सोबड़ा से संबद्ध किया गया। RTI में पूछा गया है कि वित्तीय अनियमितता का आरोप सिद्ध हुआ या नहीं? यदि हुआ तो विभागीय विधिक कार्रवाई क्या रही?

4️⃣ क्या वित्तीय गड़बड़ी की स्थिति में सिर्फ निलंबन पर्याप्त है?

यह स्पष्ट करने को कहा गया है कि वित्तीय अनियमितता सिद्ध होने पर एफआईआर की जाती है या नहीं? संबंधित शासनादेश/नियमावली की सत्यापित प्रति मांगी गई है।

5️⃣ क्या आरोपी शिक्षक को फिर से उसी विद्यालय में बहाल किया जा सकता है?

RTI में सवाल किया गया है कि अगर किसी शिक्षक को वित्तीय गड़बड़ी के आरोप में निलंबित किया गया हो, तो क्या उसे उसी विद्यालय में दोबारा नियुक्त किया जा सकता है? यदि हां, तो किस नियम या परिस्थिति के तहत?

6️⃣ जांच रिपोर्ट व अंतिम विभागीय कार्रवाई क्या रही?

यह जानकारी मांगी गई है कि बीएसए महराजगंज द्वारा निर्गत निलंबन आदेश पृ.सं./नि.व./8173-80/2024-25 के आधार पर खंड शिक्षा अधिकारी फरेंदा की जांच रिपोर्ट में क्या उल्लेख किया गया? और अंतिम विभागीय निर्णय क्या रहा? साथ ही मांगी गई है जांच आख्या और आदेश की सत्यापित प्रतियां।

📌 RTI से शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

इस RTI आवेदन से यह स्पष्ट हो रहा है कि विद्यालय संचालन, मिड-डे मील की स्थिति और निलंबित शिक्षक पर विभाग की चुप्पी से जनमानस में संदेह उत्पन्न हो रहा है। आने वाले दिनों में सूचना के सार्वजनिक होने के बाद शिक्षा विभाग की पारदर्शिता की असली परीक्षा होगी।

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