56 साल की उम्र में यशमुद्दीन ने 71% अंकों के साथ बिहार बोर्ड 12वीं परीक्षा पास कर रचा इतिहास
बिहार के भोजपुर जिले के यशमुद्दीन ने यह साबित कर दिया कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती। 56 वर्ष की उम्र में उन्होंने बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा (12वीं) पास कर एक मिसाल कायम की है। यशमुद्दीन ने 71% अंक प्राप्त किए, जो उनके समर्पण और मेहनत का प्रमाण है।
शिक्षा के प्रति जुनून
यशमुद्दीन, जो पहले ही अपनी उम्र में कई जिम्मेदारियां निभा चुके हैं, हमेशा से अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहते थे। हालांकि, परिस्थितियों के कारण उन्हें अपनी स्कूली शिक्षा बीच में ही छोड़नी पड़ी थी। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और फिर से पढ़ाई शुरू की।
इस बार, उन्होंने बिहार बोर्ड की 12वीं परीक्षा में विज्ञान (Science) संकाय से भाग लिया और शानदार प्रदर्शन किया। उनके इस सफर ने युवा छात्रों के साथ-साथ बड़े उम्र के लोगों को भी प्रेरित किया है।
समाज से मिली सराहना
यशमुद्दीन की सफलता की खबर फैलते ही उनके गांव और जिले में खुशी का माहौल है। उन्हें परिवार, दोस्तों और शिक्षकों से बधाइयाँ मिल रही हैं। उनका कहना है कि यदि व्यक्ति में सीखने की ललक हो, तो उम्र कभी बाधा नहीं बनती।
उन्होंने यह भी कहा कि अब उनका सपना ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करना है। वह अन्य लोगों को भी शिक्षा के प्रति प्रेरित करना चाहते हैं, खासकर उन लोगों को जो किसी कारणवश पढ़ाई छोड़ चुके हैं।
यशमुद्दीन का संदेश
यशमुद्दीन का मानना है कि शिक्षा से ही जीवन को नई दिशा दी जा सकती है। उन्होंने कहा—
“मैंने कई साल पहले पढ़ाई छोड़ दी थी, लेकिन हमेशा मन में यह इच्छा थी कि मैं अपनी शिक्षा पूरी करूं। अब मैं आगे भी पढ़ाई जारी रखूंगा और दूसरों को भी प्रेरित करूंगा।”
आगे की योजना
यशमुद्दीन अब स्नातक (Graduation) करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने इस उम्र में भी आत्मविश्वास और मेहनत से सफलता हासिल कर यह साबित कर दिया कि असली शिक्षा का कोई समय निर्धारित नहीं होता।