उत्तराखंड में आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा, राज्य सरकार ने बजट में किया विशेष प्रावधान
देहरादून: उत्तराखंड में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को पूरे वर्ष सक्रिय बनाए रखने के लिए राज्य सरकार आध्यात्मिक पर्यटन को सुदृढ़ करने की दिशा में काम कर रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने नए बजट में हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर, अर्द्धकुंभ, कांवड़ मेला, शारदा कॉरिडोर और मानसखंड मंदिर माला मिशन जैसी योजनाओं को प्रमुखता दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुझाव पर आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार का उद्देश्य धार्मिक पर्यटन को मजबूत करना और शीतकालीन चारधाम यात्रा को प्रोत्साहित कर इसे सालभर चलने वाली यात्रा में बदलना है।
महत्वपूर्ण योजनाओं के लिए विशेष बजट
- हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर और शारदा कॉरिडोर के लिए विशेष बजट का प्रावधान किया गया है।
- मानसखंड मंदिर माला मिशन के लिए 25 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।
- अर्द्धकुंभ 2027 की तैयारियों के लिए 10 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
- कांवड़ मेले को बढ़ावा देने के लिए 7 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।
- ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग को विकसित करने और हिमालयन संग्रहालय के लिए 2.64 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है।
- टिहरी झील के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।
- नए पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 10 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
उत्तराखंड सरकार के इन प्रयासों से धार्मिक और साहसिक पर्यटन को नया आयाम मिलेगा, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।