दिल्ली में झोलाछाप डॉक्टर और वॉर्ड बॉय ने कारोबारी की हत्या कर लूटी अल्ट्रासाउंड मशीन, पुलिस ने किया खुलासा
दिल्ली में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक झोलाछाप डॉक्टर और दो वॉर्ड बॉय ने मिलकर एक कारोबारी की बेरहमी से हत्या कर दी और उसके यहां रखे सामान को लूट लिया। मृतक की पहचान 68 वर्षीय रणबीर सिंह के रूप में हुई है, जो मेडिकल उपकरणों का कारोबार करते थे। इस वारदात का मुख्य उद्देश्य रणबीर से उसकी अल्ट्रासाउंड मशीन और अन्य मेडिकल उपकरण लूटना था।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने पहले रणबीर का गला घोंटा, जिससे वह बेहोश हो गए। इसके बाद, उन्हें एक घातक इंजेक्शन लगाया गया, ताकि उनकी मौत कार्डियक अरेस्ट से हो जाए। हत्या के बाद आरोपियों ने लूटी गई अल्ट्रासाउंड मशीन, लैपटॉप और अन्य सामान को लेकर फरार हो गए। पुलिस ने आरोपियों से लूटी गई वस्तुएं बरामद की हैं और हत्या में इस्तेमाल की गई कार को भी जब्त कर लिया है।
लूटे गए सामान की बरामदगी
इस हत्या में शामिल आरोपियों में मुजफ्फरनगर निवासी 27 वर्षीय मुहम्मद परवेज आलम, मुरादाबाद निवासी 30 वर्षीय मुहम्मद नासिर और बागपत निवासी 19 वर्षीय निखिल शामिल हैं। इनमें से मुहम्मद परवेज आलम एक झोलाछाप डॉक्टर है, जो मुजफ्फरनगर में एक क्लिनिक चलाता है। नासिर और निखिल वॉर्ड बॉय के रूप में काम करते थे। पुलिस ने इन आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनकी निशानदेही पर लूटी गई वस्तुएं बरामद कीं।
300 सीसीटीवी फुटेज की जांच
यह वारदात 1 फरवरी को हुई थी, जब पुलिस को सराय रोहिल्ला थाने से एक कॉल प्राप्त हुई। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और रणबीर सिंह को बेसुध हालत में पाया। शव पर किसी बाहरी चोट के निशान नहीं थे, लेकिन रणबीर के बेटे ने हत्या की आशंका जताई क्योंकि अल्ट्रासाउंड मशीन और अन्य सामान गायब थे। पुलिस ने इस मामले में 300 सीसीटीवी फुटेज की जांच की और आरोपियों का सुराग पाया।
जांच में यह खुलासा हुआ कि इस हत्या के मास्टरमाइंड मुहम्मद परवेज आलम था। आलम को अल्ट्रासाउंड मशीन की जरूरत थी, और उसे पीड़ित के ऑफिस के बारे में जानकारी मिली थी। आठ महीने पहले उसने इस मशीन को खरीदने की कोशिश की थी, लेकिन सौदा नहीं हो सका। फिर उसने अपने दो साथी नासिर और निखिल के साथ मिलकर इस लूट की साजिश रची।
वारदात की पूरी साजिश
1 फरवरी को, मुहम्मद परवेज आलम और उसके साथी रणबीर के ऑफिस पहुंचे। वहां उन्होंने उसे पकड़कर हत्या कर दी और उसके सारे सामान लूट लिए। पुलिस ने मामले की गहरी जांच की और आरोपियों को जल्दी गिरफ्तार किया।
यह वारदात पुलिस की तत्परता और मेहनत के कारण जल्दी सुलझी। अब पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस घटना ने झोलाछाप डॉक्टरों और असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर गंभीर सवाल उठाए हैं।