Ayodhya Rape Case: युवती की मौत अत्यधिक खून बहने से, दुष्कर्म मामले पर पुलिस ने बनाई चुप्पी

कोतवाली अयोध्या क्षेत्र में युवती की हत्या के मामले में पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मामले में चुप्पी साध रखी है। युवती से दुष्कर्म हुआ या नहीं, पोस्टमार्टम के 24 घंटे बाद भी पुलिस नहीं बता रही है। वहीं सूत्रों के अनुसार पीएम रिपोर्ट में युवती की मौत अत्यधिक रक्तस्राव से होना बताया गया है। उसकी पसलियां भी टूटी थीं और शरीर पर 30 से अधिक निशान मिले हैं, जो युवती से हुई दरिंदगी को बयां कर रहे हैं।
क्षेत्र के एक गांव निवासी मानसिक मंदित युवती बृहस्पतिवार की रात गांव में हो रहे भंडारे में गई थी। शनिवार की दोपहर उसका निर्वस्त्र शव गांव के बाहर एक सूखे नाले में मिला है। उसके हाथ-पैर पेड़ की लताओं से बांधे थे। उसके निजी अंगों पर भी गहरे चोट के निशान थे।
इससे उसकी दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई गई थी। पुलिस ने शनिवार की दोपहर बाद लगभग चार बजे डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया था, लेकिन रविवार की दोपहर तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट बताने से पुलिस अधिकारी कतराते रहे। इतने हाई प्रोफाइल मामले में भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी पुलिस को न होना हास्यास्पद है।
एससी युवती की हत्या के मामले का संज्ञान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ले लिया है। उन्होंने श्रम व सेवायोजन राज्यमंत्री को पीड़ित परिवार से मुलाकात करने के लिए मृतका के घर भेजा और हर संभव मदद करते हुए न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार से फोन पर भी बात की है।
श्रम व सेवायोजन राज्य मंत्री मनोहर लाल कोरी मन्नू रविवार को अयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने मृतका के परिवार से मुलाकात की। कहा कि घटना बहुत ही दर्दनाक है। जघन्य अपराध हुआ है। दुर्दांत तरीके से बिटिया की हत्या हुई है। मुख्यमंत्री ने पूरे मामले को संज्ञान में लिया और उन्होंने मुझे भेजा है। दोषियों को नहीं बक्शा जाएगा।
इस घटना को लेकर सांसद अवधेश प्रसाद के रोने पर राज्यमंत्री ने कहा कि यह लोग नाटकबाज हैं। सरकार पीड़ित परिवार के साथ है। अत्याचार करने वालों को किसी भी सूरत में नहीं बक्शा जाएगा। अवधेश प्रसाद झूठ बोलते हैं। किसी की बेटी मरी है, दर्दनाक हादसा हुआ है, उस पर इस तरीके का राजनीतिक प्रलाप गलत है। मंत्री ने कहा कि सांसद को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्हें इस्तीफा देने से किसी ने नहीं रोका है।