मेरी कुंभ यात्रा: आठ बार कुंभ में शरीक हुए, अर्द्धकुंभ में किया कल्पवास और संगम तट पर जनसेवा का संकल्प

कानपुर समाचार: महाकुंभ में जाने वाले शहरवासियों के अनुभव साझा किए जा रहे हैं। इस कड़ी में अधिवक्ता यज्ञवीर सिंह ने अपनी यात्रा के अनुभव साझा किए हैं। यज्ञवीर सिंह ने बताया कि वह पिछले आठ बार से कुंभ मेला जा रहे हैं। इस बार वह अपनी पत्नी शालिनी और भतीजे दिग्विजय के साथ गए थे।
यज्ञवीर सिंह ने गंगा स्नान करने के बाद मां गंगा से देश की तरक्की और सनातन धर्म की रक्षा के लिए प्रार्थना की। इसके साथ ही संगम तट पर लोगों की सेवा भी की। बी ब्लॉक पनकी के निवासी यज्ञवीर सिंह ने बताया कि वह पहले भी अर्द्धकुंभ में गंगा तट पर कल्पवास कर चुके हैं, जिसमें उन्होंने छह घंटे तक ध्यान लगाया था। इस बार उनके गुरु अवधूत संत अलखराम ने महाकुंभ में शिविर लगाया था, जिसमें वे 11 जनवरी को गए थे और 15 जनवरी को वापस लौटे थे।
गुरुजी के शिविर में सेक्टर-8 में ठहरने के दौरान, यज्ञवीर सिंह ने गंगा में स्नान किया और दान भी किया। उन्होंने संगम तट पर करीब पांच दिन रुककर भंडारे में सेवा की। यज्ञवीर सिंह ने महाकुंभ में व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि यहां की व्यवस्था बहुत अच्छी है और उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि वे ऐसे ही काम करते रहें, जिससे सनातन धर्म को बढ़ावा मिलता रहे।