यातायात नियम उल्लंघन पर वाराणसी सख्त, 2576 कैमरों से 366 दिनों में 2.30 लाख चालान

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वाराणसी में यातायात नियमों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस और सिगरा स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) ने कई ठोस कदम उठाए हैं। शहर के प्रमुख चौराहों और तिराहों पर 2,576 सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से पूरे इलाके की निगरानी की जा रही है। वर्ष 2024 में इन कैमरों की मदद से बिना हेलमेट चलने वाले 2,30,695 दोपहिया वाहन चालकों का चालान किया गया, जिससे ₹23.05 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ। यह संख्या ट्रैफिक पुलिस के मैनुअल चालानों से तीन गुना अधिक है, जो इस नई व्यवस्था की प्रभावशीलता को दर्शाती है।

 

यातायात प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए ऑटोमेटिक चालान सिस्टम लागू किया गया है। आगामी दिनों में दोपहिया वाहनों पर तीन सवारी करने वालों के चालान भी कैमरों द्वारा स्वतः तैयार किए जाएंगे। इसके अलावा, रेड लाइट जंप और रॉन्ग साइड ड्राइविंग जैसी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए नंबर प्लेट रीडर कैमरों का उपयोग किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में ICCC के 18 पुलिसकर्मी चालानों की वैधता की पुष्टि करते हैं, जिसके बाद संबंधित वाहन स्वामी को मोबाइल पर चालान की सूचना भेजी जाती है।

 

महाकुंभ के दौरान भीड़ प्रबंधन के लिए शहर के 16 प्रमुख प्वाइंट्स जैसे दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, कैंट रेलवे स्टेशन और लंका मालवीय चौराहे पर विशेष निगरानी की जा रही है। इन प्वाइंट्स पर भीड़ के दबाव का आकलन एक क्लिक में किया जा सकता है, जिससे समय पर उचित कदम उठाए जा सकें।

 

इसके अलावा, ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत नागरिकों को अपने परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। वर्ष 2024 में 33,550 कैमरे लगाए गए, जिनमें से 3,000 कैमरों को ICCC से जोड़ा गया है। यह पहल सुरक्षा को मजबूत करने के साथ-साथ अपराधों पर रोकथाम में भी सहायक साबित हो रही है।

 

ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत, बीते आठ दिनों में 177 वाहन सीज किए गए और 20 आरोपियों को विभिन्न मामलों में गिरफ्तार किया गया। इस दौरान रामनगर क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ के बाद पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लूट की घटना का खुलासा भी किया गया।

 

एडीसीपी काशी जोन सरवणन टी ने नागरिकों से यातायात नियमों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि पुलिस की व्यवस्था को लगातार अपग्रेड किया जा रहा है, ताकि यातायात और अपराध प्रबंधन को आधुनिक और प्रभावी बनाया जा सके। यह पहल न केवल शहर की सुरक्षा को मजबूत कर रही है, बल्कि यातायात व्यवस्था को भी अनुशासित और तकनीकी रूप से उन्नत बना रही है।

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