आर्ट कार्निवल: पटना जू में 250 कलाकारों ने दिखाया अद्भुत हुनर, पवन-नीरद जैसे नामी कार्टूनिस्ट भी पहुंचे

पटना जू में लूंस कार्निवल: कला और उत्सव का अद्भुत संगम
नए साल के मौके पर पटना के चिड़ियाघर में आयोजित लूंस कार्निवल ने कला प्रेमियों और बच्चों के लिए एक शानदार प्लेटफार्म प्रस्तुत किया। इस आयोजन में कला की जबरदस्त प्रदर्शनी हुई, जिसमें बच्चों और युवाओं ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। खासतौर पर “केन यू बीट मजनू भाई?” आर्ट प्रतियोगिता ने आकर्षण का केंद्र बना। इस प्रतियोगिता में करीब 250 बच्चों ने हिस्सा लिया और अपनी कला का जलवा दिखाया।
प्रतियोगिता का संचालन और सम्मानित जज
इस आर्ट प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि कला संस्कृति विभाग के सचिव, दयानिधान पाण्डेय ने बच्चों के मनोबल को बढ़ाते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से हमारे शहर के कलाकारों को एक बेहतरीन मंच मिलता है। इसके अलावा, उन्होंने कला संस्कृति विभाग की ओर से जल्द ही बच्चों के लिए इस तरह के आयोजन की घोषणा भी की। लोकप्रिय कार्टूनिस्ट नीरद और पवन टून ने भी इस प्रतियोगिता में भाग लिया और उत्सव का हिस्सा बने।
इस प्रतियोगिता के मुख्य जज थे: कार्टूनिस्ट पवन टून, मशहूर कार्टूनिस्ट नीरद, आर्टिकला की फाउंडर स्नेहा, और बिहार कला पुरस्कार से सम्मानित नीतू सिंह। इन सभी ने मिलकर प्रतियोगिता के विजेताओं का चयन किया, जो अपने उत्कृष्ट कला प्रदर्शन के लिए सम्मानित हुए।
विजेताओं का सम्मान
इस प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। प्रथम विजेता शुभम राज को ₹10,000 का नगद पुरस्कार, ग्राफिक डिजाइनिंग की प्रोफेशनल ट्रेनिंग और सर्टिफिकेट ऑफ अचीवमेंट मिला। वहीं, प्रथम रनरअप अनुज कुमार को ₹6000 का नगद पुरस्कार और सर्टिफिकेट मिला, और दूसरे रनरअप संदीप कुमार को ₹4000 का नगद पुरस्कार और सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ।
साथ ही, प्रतियोगिता के अन्य तीन प्रतिभागियों ईशा, किशन, और अंकित को ₹1000 का नगद पुरस्कार और सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेंस से सम्मानित किया गया, जिन्होंने प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
लूंस कार्निवल का उद्देश्य
लूंस कार्निवल के आयोजक और फाउंडर्स मीनाक्षी और शाकांक्ष ने कहा कि उनका उद्देश्य बिहार के कलाकारों को एक अच्छा प्लेटफार्म देना है ताकि वे कला के प्रति अपनी रुचि बनाए रखें और एक पेशेवर कला उद्योग का निर्माण हो सके। लूंस, जो 2018 में स्थापित एक क्रिएटिव कंपनी है, कॉरपोरेट डिजाइन, प्रिंट और मार्केटिंग के लिए जानी जाती है। इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि पटना में कला और उत्सव का संगम एक नई दिशा में आगे बढ़ने की क्षमता रखता है।