बिहार: 72 लोगों ने नकली सोना देकर बैंक से डेढ़ करोड़ का कर्ज लिया

बिहार के समस्तीपुर जिले में बैंक ऑफ बड़ौदा की गोला रोड शाखा से जुड़ा एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां 72 लोगों ने नकली सोना गिरवी रखकर बैंक से करीब डेढ़ करोड़ रुपये का कर्ज लिया। यह मामला तब खुला जब बैंक के ऑडिट के दौरान सोने की जांच की गई और पाया गया कि जिन सोनों को गिरवी रखा गया था, वे नकली थे। शुरुआती तौर पर बैंक अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं थी, लेकिन जब बैंक के आंतरिक ऑडिट में इन सोनों की जांच की गई, तो सारा मामला उजागर हो गया। इसके बाद बैंक ने सहायक महाप्रबंधक राजीव कुमार चौधरी के बयान पर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई।समस्तीपुर के एएसपी संजय पांडे ने बताया कि आरोप है कि 72 लोग नकली सोने को असली बताकर बैंक से कर्ज ले रहे थे। इस मामले में कुछ कर्जधारकों और बैंक कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है। इस पूरे मामले की गहन जांच वैज्ञानिक तरीके से की जाएगी, ताकि सही जानकारी सामने आ सके।
बैंक अधिकारियों के अनुसार, बैंक गोल्ड लोन योजना के तहत सोने का 75 प्रतिशत कर्ज देता है। सोने की वास्तविकता की जांच के लिए बैंक ने अमरजीत शाह नामक एक स्वर्ण व्यापारी को नियुक्त किया था। आरोप है कि कर्जधारकों ने अमरजीत शाह से सांठगांठ कर नकली सोने को असली बतवाकर लोन स्वीकृत करवा लिया। अधिकांश कर्ज एक से दो लाख रुपये के बीच थे।
यह मामला तब पकड़ा गया जब वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान बैंक ने सोने की जांच शुरू की। जांच में 10 कर्जधारकों द्वारा जमा किए गए सोने को नकली पाया गया। इसके बाद सभी 72 कर्जधारकों के सोने की जांच की गई और पाया गया कि सभी का सोना नकली था। इसके बाद बैंक ने मामले की रिपोर्ट तैयार की और प्राथमिकी दर्ज करवाई।बैंक के उच्च अधिकारी अब जांच के लिए समस्तीपुर पहुंचे हैं। इस जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यह बड़ा फर्जीवाड़ा कैसे हुआ और इसमें कितने बैंककर्मी शामिल थे। इस पूरी घटना का खुलासा अब वैज्ञानिक जांच के बाद होगा।