मलबे में दबी महिला मजदूर शांति देवी, सूचना के बावजूद एंबुलेंस नहीं पहुंची, आधे घंटे तक तड़पती रही

काठगोदाम में निर्माणाधीन हिल डिपो के पास बरेली रोड पर बनाई जा रही दीवार का एक हिस्सा रविवार को ढह गया, जिससे एक महिला मजदूर मलबे में दब गई। यह घटना उस समय हुई जब लोनिवि द्वारा सड़क चौड़ीकरण के साथ-साथ सौंदर्यीकरण के लिए दीवार बनाई जा रही थी। दीवार के निर्माण के कुछ ही दिन बाद, ठेकेदार ने बिना किसी तकनीकी सलाह के जेसीबी से दीवार के दूसरी ओर खोदी गई मिट्टी में भराई का काम शुरू कर दिया। इस कारण दीवार पूरी तरह से मजबूत नहीं हो पाई और भारी लोड से ढह गई।
मलबे के नीचे दबने से महिला मजदूर शांति देवी करीब 35 मिनट तक तड़पती रही। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शांति देवी को मलबे से निकाला। इसके बाद उन्हें डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। महिला के हाथ-पैर और माथे पर चोटें आईं हैं। शांति देवी के तीन बच्चे हैं और वह यूपी के बहराइच की निवासी हैं, फिलहाल वह गौजाजाली में रह रही हैं।
इस घटना की वजह से अन्य मजदूरों में अफरातफरी मच गई थी। मलबे में सरिया भी फंसा हुआ था, जिसके कारण रेस्क्यू में देरी हुई। हालांकि, पुलिस और मजदूरों की मदद से महिला को मलबे से बाहर निकाला गया। इस घटना के बाद लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) ने दीवार गिरने की जिम्मेदारी ली है, लेकिन आगे की सुरक्षा रणनीति पर कोई स्पष्ट योजना नहीं बनाई गई है। अधिशासी अभियंता अशोक कुमार ने कहा कि यह हादसा ठेकेदार की लापरवाही से हुआ है, क्योंकि जेसीबी चालक ने बिना विभाग की अनुमति के अपनी मनमर्जी से मिट्टी भराई शुरू कर दी थी।
लोनिवि ने इस घटना को गंभीरता से लिया है, लेकिन यदि इस तरह की लापरवाही जारी रहती है, तो भविष्य में बड़ा हादसा हो सकता है।