रेलवे ने पुराने नंबर और बढ़े स्टॉपेज टाइम के साथ नया टाइम टेबल लागू किया

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Kochi, Kerala, India -March 2, 2021 a train moving with electric support through the indian railway track

2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान, भारतीय रेलवे ने पैसेंजर ट्रेनों को “स्पेशल” श्रेणी में डालते हुए उन्हें जीरो नंबरों से चलाया था। इसका असर किराए पर भी पड़ा, क्योंकि इन ट्रेनों का किराया तीन गुना बढ़ा दिया गया था। उदाहरण के लिए, जो 10 रुपये का जनरल टिकट था, वह अब 30 रुपये का हो गया था। हालांकि कुछ समय बाद किराया तो पुराने स्तर पर आ गया, लेकिन ट्रेनों के नंबर अब तक बदल नहीं पाए थे।अब, रेलवे ने 2025 में ट्रेनों के संचालन में कई बड़े बदलाव किए हैं, जिनसे यात्रियों और कारोबारियों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी। नए टाइम टेबल के अनुसार, पैसेंजर ट्रेनों के नंबर फिर से पुराने यानी कोविड से पहले वाले नंबरों पर लौटेंगे। रेलवे के सीनियर डीसीएम आदित्य गुप्ता ने बताया कि 1 जनवरी से 2 मंडल में पैसेंजर और मेमू ट्रेनों को जीरो नंबर के बजाय पुराने नंबर से चलाया जाएगा।

इसके अलावा, नए टाइम टेबल में एक और बदलाव किया गया है, जिसमें ट्रेनों का स्टॉपेज टाइम बढ़ाया गया है। पहले जहां ट्रेनें सिर्फ दो मिनट रुकती थीं, अब उनका स्टॉपेज पांच मिनट तक होगा। इसी तरह, जिन ट्रेनों का स्टॉपेज पहले आठ मिनट था, अब वे दस मिनट तक रुकेंगी। यह बदलाव यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किया गया है, ताकि वे आराम से अपनी यात्रा कर सकें और अधिक समय तक आराम से ट्रेन में रुक सकें।इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य भारतीय रेलवे को अधिक यात्री-अनुकूल बनाना है, ताकि यात्रा करने वाले लोगों को बेहतर अनुभव मिल सके। यह कदम रेलवे के संचालन को और अधिक सुविधाजनक बनाने की दिशा में उठाया गया है।

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