Snowfall Photos: बर्फ से ढकी पहाड़ियां, शीतलहर में कांपते लोग, औली-मसूरी की खूबसूरत वादियां

Source: Google

उत्तराखंड में क्रिसमस और नए साल से पहले मौसम में अचानक बदलाव आया है, जिससे ठंड बढ़ गई है। पर्वतीय इलाकों में हुई बर्फबारी और बारिश ने मैदानी क्षेत्रों में शीतलहर का असर बढ़ा दिया है, जिससे ठिठुरन में इजाफा हो गया है। बर्फबारी के बाद पहाड़ों की वादियां बेहद खूबसूरत लग रही हैं, और मौसम के बदलाव ने राज्य में ठंड को और बढ़ा दिया है। गढ़वाल मंडल के मैदान से लेकर पहाड़ी इलाकों तक मौसम का मिजाज बदल गया है, और सोमवार को दिनभर बादल रहे, जबकि ऊंचे क्षेत्रों में सीजन की दूसरी बर्फबारी हुई। मैदानी इलाकों में हल्की बारिश ने तापमान में गिरावट ला दी।चमोली में बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ और फूलों की घाटी जैसे ऊंचे इलाकों में बर्फबारी हुई। थराली के बुग्यालों में भी बर्फबारी देखी गई। बदरीनाथ में न्यूनतम तापमान -8 डिग्री और अधिकतम -3 डिग्री था, जबकि नीति घाटी में न्यूनतम -6 डिग्री और अधिकतम -11 डिग्री दर्ज किया गया।रुद्रप्रयाग में केदारनाथ, चोपता और अन्य ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी हुई।

केदारनाथ में अधिकतम तापमान -8 डिग्री और न्यूनतम तापमान -11 डिग्री था।टिहरी के पर्यटन स्थलों जैसे धनोल्टी, काणाताल, सुरकंडा और नागटिब्बा में सोमवार को बर्फबारी हुई, हालांकि यह बर्फ ज्यादा देर नहीं टिक पाई। टिहरी का अधिकतम तापमान 9 डिग्री और न्यूनतम तापमान 1 डिग्री था।उत्तरकाशी में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम, हर्षिल घाटी और अन्य ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। गंगोत्री धाम में न्यूनतम तापमान -19 डिग्री और अधिकतम तापमान -12 डिग्री था।देहरादून के चकराता और मसूरी में भी सीजन की दूसरी बर्फबारी हुई। मसूरी में बर्फ ज्यादा देर तक नहीं टिकी, लेकिन चकराता में बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरों पर खुशी की लहर देखने को मिली।बर्फबारी के कारण बदरीनाथ धाम में चल रहे मास्टर प्लान के काम में रुकावट आई है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण निचले क्षेत्रों में शीतलहर का असर बढ़ गया है। शीतकालीन यात्रा पर आने वाले यात्री इन दिनों बर्फबारी का आनंद भी ले सकते हैं, खासकर गंगोत्री धाम में।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हो सकता है आप चूक गए हों