Haldwani: अगले ही दिन कच्ची शराब बेचने लगा आरोपी, बाल्टी में पाउच भरकर बेच रहा था

लामाचौड़ में कच्ची शराब बेचने के आरोपी अरुण को शुक्रवार को फिर कच्ची शराब बेचते हुए पकड़ा गया, जबकि बृहस्पतिवार को ही आबकारी विभाग ने छापेमारी कर शराब जब्त की थी और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। अरुण, जो फतेहपुर लामाचौड़ में सड़क किनारे अपने घर में लंबे समय से कच्ची शराब बेच रहा था, विभाग की कार्रवाई से बचने में एक बार फिर सफल नहीं हो पाया।बृहस्पतिवार को आबकारी विभाग को सूचना मिली थी कि अरुण अपने घर में कच्ची शराब बेच रहा है। विभाग ने तत्परता से छापा मारा, लेकिन अरुण उस समय फरार हो गया था। इस दौरान विभाग ने 205 पाउच और 32 पव्वे देशी शराब के बरामद किए, जिन्हें अरुण ने पाइपों में छिपा रखा था। शराब की इन बोतलों और पाउचों को चार इंच गोलाई वाले पांच पाइपों में भरा गया था।
आबकारी निरीक्षक धीरेंद्र बिष्ट ने बताया कि शुक्रवार को वह रामपुर से लौटते हुए अरुण के घर पहुंचे। इस बार वह फिर कच्ची शराब बेचते हुए पाया गया, लेकिन टीम को देखकर वह भाग निकला। इसके बाद विभाग ने उसके घर से 132 पाउच कच्ची शराब बरामद की, जो अब पाइपों की बजाय टब और बाल्टियों में भरी हुई थी।हालांकि, विभाग को अपनी कार्यप्रणाली में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कच्ची शराब बनाने और बेचने वाली जगहों पर अक्सर महिलाएं सामने आती हैं, लेकिन महिला सिपाही की कमी के कारण उनकी जांच नहीं हो पाती। साथ ही, पुरुष सिपाही न होने से भागे हुए आरोपियों का पीछा करना भी मुश्किल हो जाता है। हल्द्वानी सर्कल में आबकारी विभाग के पास केवल एक निरीक्षक और दो उप-निरीक्षक हैं, और विभाग में कोई चालक, वाहन या सिपाही नहीं है। यही कारण है कि विभाग अक्सर केवल शराब बरामद कर लौटता है, जबकि आरोपी भाग जाते हैं।