“दिल्ली में बर्फीली हवाओं का असर: तापमान 3.8 डिग्री तक गिरा, येलो अलर्ट जारी”

पाहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी का असर दिल्ली में, तापमान में गिरावट
दिल्ली में इन दिनों पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी का असर राजधानी के मौसम पर भी दिखाई दे रहा है। दिल्ली में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। आज आयानगर में न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, वहीं सफदरजंग में पारा 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार और शुक्रवार के लिए शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया है, जिसके तहत दिल्ली में न्यूनतम तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान है।
28 साल बाद 11 दिसंबर को शीतलहर का अनुभव
दिल्ली में इस साल 28 साल बाद 11 दिसंबर की सुबह शीतलहर ने लोगों को परेशान किया। मंगलवार के मुकाबले इस दिन न्यूनतम तापमान में 5 डिग्री की गिरावट देखी गई। मंगलवार को तापमान 9.9 डिग्री सेल्सियस था, जबकि आज यह घटकर 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आयानगर में तो तापमान और भी कम होकर 3.8 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। इस ठंड का असर शहरभर में देखा जा रहा है, और लोगों को शीतलहर से राहत पाने के लिए तापमान बढ़ने का इंतजार है।
शीतलहर क्या होती है?
शीतलहर तब होती है जब किसी क्षेत्र में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे जाता है और यह सामान्य से 4.5-6.4 डिग्री सेल्सियस कम होता है। यदि तापमान इससे अधिक गिरकर 6.5 डिग्री या उससे कम हो जाता है, तो इसे गंभीर शीतलहर माना जाता है। इसके अलावा, यदि तापमान 4 डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे चला जाता है, तो भी इसे शीतलहर माना जाता है। 2 डिग्री सेल्सियस या इससे कम तापमान होने पर इसे गंभीर स्तर की शीतलहर माना जाता है। पहाड़ी क्षेत्रों में जब तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस या इससे नीचे चला जाता है, तब भी शीतलहर का सामना करना पड़ता है।
येलो अलर्ट के कारण सतर्कता
मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार और शुक्रवार के लिए शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में दिल्लीवासियों को ठंड से बचने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है। तापमान में गिरावट का असर सड़क यातायात और स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है, जिससे लोग अपनी सुरक्षा को लेकर सजग रहें।