शिवा प्रोजेक्ट: चार साल में बागवानी पर 1292 करोड़ खर्च, 6,000 हेक्टेयर शामिल

एचपी शिवा परियोजना के तहत हिमाचल प्रदेश में 2028 तक बागवानी के क्षेत्र में 1292 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस परियोजना से प्रदेश के बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर, सोलन और ऊना जिलों के 15,000 से अधिक परिवारों को लाभ होगा। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बताया कि इस परियोजना के लिए 39 क्लस्टर स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 228 हेक्टेयर क्षेत्र को अब तक कवर किया जा चुका है, जिससे 1250 किसान परिवारों को फायदा हुआ है।इस परियोजना का लक्ष्य 4000 हेक्टेयर क्षेत्र में बागवानी को बढ़ावा देना है, जिसमें 257 क्लस्टर चिन्हित किए गए हैं। इसके अलावा, 162 सिंचाई योजनाओं का विकास किया जाना है, जिनमें से 121 पर काम शुरू हो चुका है।
बागवानी के लिए भूमि तैयार करने, सोलर मिश्रित तार की बाड़बंदी, ड्रिप सिंचाई प्रणाली और अन्य सिंचाई उपायों पर भी कार्य चल रहा है।पिछले दो वर्षों में, परियोजना के तहत करीब 324 हेक्टेयर क्षेत्र में उच्च घनत्व वाले उपोष्ण कटीबंधीय फलों की खेती शुरू हो चुकी है। इस काम में 122 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं, जिसमें से 106 करोड़ रुपये एशियन डेवलपमेंट बैंक ने दिए हैं। इसके अलावा, 114 प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से 3,687 बागवानों को नई तकनीकों और खेती के तरीके सिखाए गए हैं।इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य हिमाचल प्रदेश में बागवानी को प्रोत्साहित करना और किसानों की आय बढ़ाना है। इससे किसानों को उन्नत सिंचाई और खेती के बेहतर तरीके मिलेंगे, जिससे उनकी फसल उत्पादन क्षमता में सुधार होगा। यह पहल किसानों की जिंदगी को बेहतर बनाएगी और राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगी।