पप्पू यादव का विवादित बयान: बिहार पुलिस को चुनौती, ‘वर्दी हटाओ, हमसे लड़ो’

बिहार के इकलौते सांसद पप्पू यादव पर बिहार पुलिस द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद सियासत गर्मा गई है। जनता दल यूनाइटेड (JDU) के नेता संतोष कुशवाहा ने पप्पू यादव पर तीखा हमला करते हुए कहा कि अब सांसद का असली चेहरा उजागर हो गया है और उन्हें अपनी कार्यशैली के लिए पूर्णिया लोकसभा की जनता से माफी मांगनी चाहिए। इन आरोपों के बीच पप्पू यादव का एक नया वीडियो सामने आया, जिसमें उन्होंने खुद पर लगे आरोपों का जवाब देते हुए बिहार पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार पुलिस “मानसिक रूप से दिवालिया” हो चुकी है और वही व्यवहार कर रही है जो कांग्रेस विधायक हेमंत शाही के मामले में हुआ था, जब उन पर गोली लगने के बाद तत्कालीन सरकार और प्रशासन ने उन्हें घायल होने की नौटंकी करार दिया था। पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि आज वही स्थिति उनके साथ भी उत्पन्न की जा रही है, और यह केवल एक रणनीति के तहत उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर बिहार पुलिस के पास वर्दी और कुर्सी न हो, तो क्या वे उनके साथ ऐसे व्यवहार कर पाते?
पप्पू यादव ने पुलिस पर यह भी आरोप लगाया कि वह उनकी सुरक्षा से खेल रही है और किसी के इशारे पर झूठ फैला रही है। उन्होंने यह बयान भी दिया कि उन्हें 26 अलग-अलग जगहों से जान से मारने की धमकियां मिली हैं, जिन पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। वह यह सवाल उठा रहे हैं कि अगर किसी ने धमकियां देने के लिए पैसे दिए हैं तो पुलिस उनके नाम का खुलासा कर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है।पप्पू यादव ने अपनी सुरक्षा को लेकर कहा कि उन्होंने कभी भी सुरक्षा की मांग नहीं की, और न ही उनकी सुरक्षा की चिंता करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वे 28 दिन लगातार जनता के बीच बिना सुरक्षा के घूमे, लेकिन उस वक्त किसी ने उनकी सुरक्षा पर सवाल नहीं उठाया। पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि बिहार पुलिस उनके खिलाफ षड्यंत्र रच रही है और सही जांच से सच्चाई को सामने लाने का अवसर नहीं दे रही है। उन्होंने पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा से चुनौती दी कि अगर उन्हें हिम्मत है तो सीबीआई से जांच करवाएं और सच्चाई को सामने लाएं।
इसके अलावा, पप्पू यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि वे बिहार के माफिया, भ्रष्टाचारियों और गलत लोगों के खिलाफ संघर्ष जारी रखेंगे। उन्होंने एसपी और डीजीपी से अपील की कि वे पार्टी राजनीति में न पड़ें और किसी की जिंदगी से खेलवाड़ न करें। पप्पू यादव ने यह भी कहा कि अगर वह गलत हैं, तो वह अपनी सदस्यता से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं, लेकिन इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि उन्हें किसी की सुरक्षा की जरूरत नहीं है, क्योंकि उनका आत्मविश्वास और संघर्ष कायम रहेगा।इस पूरे घटनाक्रम ने बिहार की राजनीति में और खासकर पप्पू यादव के समर्थकों में हलचल मचा दी है। पप्पू यादव ने अपने बयान में यह साबित करने की कोशिश की है कि वह सत्ता के दबाव के सामने झुकने वाले नहीं हैं और अपनी लड़ाई न्याय के लिए जारी रखेंगे।