पिथौरागढ़: स्पोर्ट्स कॉलेज में राष्ट्रीय खेल जीटीसीसी की हरी झंडी पर निर्भर

पिथौरागढ़: स्पोर्ट्स कॉलेज में नेशनल गेम्स के तहत बॉक्सिंग प्रतियोगिता आयोजित करने की योजना बन रही है, लेकिन इसका आयोजन तभी संभव होगा जब यह जीटीसीसी (गेम्स टेक्निकल कंडक्ट कमेटी) के मानकों पर खरा उतरे। इसके लिए जीटीसीसी की टीम जल्द ही कॉलेज में आकर रिंग और अन्य सुविधाओं का निरीक्षण करेगी। यदि ये मानक पूरे नहीं हुए, तो यहां बॉक्सिंग प्रतियोगिता नहीं हो सकेगी।यह स्पोर्ट्स कॉलेज जिला मुख्यालय के पास स्थित लेलू में 34.44 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं की मेज़बानी करना है, लेकिन इसे मान्यता तभी मिलेगी जब जीटीसीसी की जांच में यह सफल हो। कॉलेज की तैयारियों का मानक पर खरा उतरना जरूरी है, ताकि यहां की सुविधाएं और रिंग प्रतियोगिता के लिए उपयुक्त साबित हो सकें।
इस समय, 38वें राष्ट्रीय खेलों के तहत बॉक्सिंग प्रतियोगिता आयोजित करने की योजना है, लेकिन खेल विभाग और कॉलेज प्रबंधन को अब तक इसके लिए आधिकारिक निर्देश नहीं मिले हैं। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि यदि निर्देश मिलते हैं, तो वे पूरी तरह से तैयार हैं। इस कॉलेज में तीन बॉक्सिंग रिंग बनाए जाएंगे—दो इंडोर रिंग, जिनकी लंबाई और चौड़ाई 20 फीट होगी, और एक आउटडोर रिंग। रिंग के पास वार्म-अप एरिया और बैठने की उचित व्यवस्था भी होगी।जिला क्रीड़ा अधिकारी, अनूप बिष्ट ने बताया, “हम स्पोर्ट्स कॉलेज में राष्ट्रीय स्तर का बॉक्सिंग रिंग तैयार कर रहे हैं। सभी व्यवस्थाएं जीटीसीसी के मानकों के अनुसार की जा रही हैं। अगर मानकों को पूरा कर लिया गया, तो बॉक्सिंग प्रतियोगिता का आयोजन संभव होगा।”खेल विभाग के लिए यह एक बड़ी चुनौती होगी कि वे तय समय पर सभी मानकों को पूरा कर सकें। जीटीसीसी द्वारा की जाने वाली जांच में अगर रिंग और अन्य सुविधाएं सही पाई गईं, तो पिथौरागढ़ में बॉक्सिंग प्रतियोगिता का आयोजन संभव हो सकेगा। इससे ना केवल कॉलेज की पहचान बढ़ेगी, बल्कि उत्तराखंड के खेल क्षेत्र में एक नई ऊंचाई भी मिलेगी।