पुलिस और किसानों के बीच तीन घंटे तक नोकझोंक, ड्रोन से स्थिति की निगरानी

IMG_1837

नोएडा में किसानों का विरोध प्रदर्शन लगातार तेज हो रहा है, और इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच कई टकराव हो चुके हैं। सोमवार को यमुना प्राधिकरण के बाहर धरने पर बैठे किसानों ने दिल्ली कूच करने का ऐलान किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेडिंग कर दी। इससे पहले, किसान ट्रैक्टरों और ट्रॉली में सवार होकर दिल्ली जाने की योजना बना रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें यमुना प्राधिकरण के परिसर से बाहर नहीं जाने दिया। करीब तीन घंटे तक किसानों और पुलिस के बीच नोकझोंक होती रही। किसान निजी वाहनों से नोएडा पहुंचे और वहां भी प्रदर्शन किया। पुलिस ने रास्ते में भारी वाहनों को रोकने के लिए जेवर टोल पर बैरिकेड्स लगाए, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।

 

किसान यमुना प्राधिकरण से दिल्ली जाने के लिए ट्रैक्टरों से रवाना हुए थे, लेकिन पुलिस ने तीन बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक लिया। पहले बैरिकेडिंग को तोड़ने के बाद किसान आगे बढ़े, लेकिन तीसरी बैरिकेडिंग पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया और किसान वहीं बैठ गए। इस संघर्ष में पुलिस ने ड्रोन से भी निगरानी रखी। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने किसानों के समर्थन में बयान दिए और सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की। कांग्रेस नेता रामकुमार तंवर को भी पुलिस ने नजरबंद कर लिया, जबकि समाजवादी पार्टी ने आंदोलन को अपना समर्थन देने की बात की। किसानों की मांगें पूरी नहीं होने पर वे 2 दिसंबर को दिल्ली कूच करने की चेतावनी पहले ही दे चुके थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हो सकता है आप चूक गए हों