गाजियाबाद: हड़ताल के एक महीने बाद वकीलों ने बनाई मानव श्रृंखला, कचहरी में पदयात्रा कर दी चेतावनी

गाजियाबाद कचहरी में वकीलों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में वकीलों का आंदोलन और उग्र हो गया है। शुक्रवार को वकीलों ने मानव श्रृंखला बनाकर जिला जज के खिलाफ नारेबाजी की और आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया। इसके बाद उन्होंने हापुड़ रोड से पदयात्रा करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय और जिला जज कंपाउंड तक मार्च निकाला। जिला जज कंपाउंड के मुख्य द्वार पर ताला लगा मिला, जिसे कुछ युवा वकीलों ने तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन अन्य वकीलों ने उन्हें ऐसा करने से रोका। हड़ताल को लेकर पहले वकीलों में मतभेद थे, लेकिन अब सर्वसम्मति से यह तय हो गया है कि जिला जज अनिल कुमार और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
इस हड़ताल का व्यापक असर दिख रहा है। वकीलों की अनुपस्थिति के कारण न्यायालय में गवाह और साक्ष्य पेश नहीं हो पा रहे हैं, जिससे पिछले एक महीने में लगभग दो लाख मामलों में सिर्फ तारीखें बढ़ी हैं। चार लाख लंबित मामलों की संख्या और बढ़ गई है। ट्रैफिक चालान भी कोर्ट में जमा नहीं हो रहे, और बैनामों की संख्या 50% तक घट गई है, जिससे शासन को राजस्व नुकसान हो रहा है। इस आंदोलन को और प्रभावी बनाने के लिए वकीलों ने 51 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, जो रोजाना बैठक कर आंदोलन की रूपरेखा तय करेगी।
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने कहा है कि जब तक जज और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, हड़ताल जारी रहेगी। वकील किसी भी स्थिति में पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। आंदोलन का यह रूप न केवल प्रशासन पर दबाव बना रहा है, बल्कि न्यायिक प्रक्रिया और आम जनता पर भी गंभीर प्रभाव डाल रहा है।