‘मेरे माता-पिता मेरे लिए चिंतित थे, इसलिए मैंने संघर्ष किया,’ शाहरुख ने सुनाई शुरुआती दिनों की कहानी

बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान अक्सर अपने माता-पिता को लेकर अपनी भावनाओं को जाहिर करते रहते हैं। हाल ही में दुबई में आयोजित एक ग्लोबल समिट के दौरान उन्होंने अपने माता-पिता के निधन और करियर में आई कठिनाइयों के बारे में बात की। शाहरुख ने बताया कि कैसे उन्होंने अपने माता-पिता को खोने के दर्द को ताकत में बदलकर अपना करियर संवारा।
माता-पिता के बिना जीवन की शुरुआत
शाहरुख ने बताया कि जब वे 14 साल के थे, तब उनके पिता का निधन हो गया। उसके बाद, 24 साल की उम्र में उन्होंने अपनी मां को भी खो दिया। यह उनके जीवन का सबसे बड़ा दुख था। उन्होंने कहा, “जब माता-पिता नहीं होते, तो एक अजीब खालीपन महसूस होता है। मुझे लगता है कि वे अब भी आकाश से मुझे देख रहे हैं और मैं कभी न कभी उनसे जरूर मिलूंगा।”
दुख को बनाया ताकत
अपने संघर्षों को याद करते हुए शाहरुख ने बताया कि माता-पिता के निधन के बाद उन्होंने बहुत मेहनत की। उनका मानना था कि उनके माता-पिता ऊपर से उन्हें देखते होंगे और उनकी चिंता करते होंगे। उन्होंने कहा, “मैं नहीं चाहता था कि वे मेरे लिए चिंतित हों। इसलिए मैंने खुद को पूरी तरह से काम में झोंक दिया और सफलता के लिए लगातार प्रयास करता रहा।”
करियर की शुरुआत का सफर
शाहरुख खान ने बताया कि उनका शुरुआती लक्ष्य वैज्ञानिक बनना था। इसके लिए उन्होंने पढ़ाई भी की, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने मास कम्यूनिकेशन में पढ़ाई की। इस दौरान भारत में टेलीविजन का दौर शुरू हो चुका था। शाहरुख ने टीवी इंडस्ट्री में काम करना शुरू किया और उन्हें पहली बार 1500 रुपये मिले। यहीं से उन्होंने तय कर लिया कि अभिनय ही उनका रास्ता है।
बच्चों के लिए चिंता
अपने बच्चों के प्रति अपने प्यार और जिम्मेदारी की बात करते हुए शाहरुख ने कहा कि वह हमेशा उनके स्वास्थ्य और खुशी की कामना करते हैं। उन्होंने कहा, “मेरे तीनों बच्चे—आर्यन, सुहाना और अबराम—बहुत प्यारे, मेहनती और खूबसूरत इंसान हैं। मैं उनके लिए हमेशा सबसे अच्छा चाहता हूं।”
वर्कफ्रंट पर अपडेट
शाहरुख खान जल्द ही अपनी बेटी सुहाना खान के साथ फिल्म ‘किंग’ में नजर आएंगे। यह सुहाना की बॉलीवुड डेब्यू फिल्म होगी और इसे लेकर प्रशंसकों में काफी उत्साह है।
शाहरुख खान की ये बातें उनके संघर्ष, परिवार के प्रति उनकी जिम्मेदारी और मेहनत को दर्शाती हैं। उनका यह सफर प्रेरणा से भरा हुआ है और आज वह लाखों लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत बने हुए हैं।