नितिन गडकरी का दावा: बिहार में होगा अमेरिका जैसा हाईवे, भगवान बुद्ध के विचारों की जरूरत

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बिहार आर्थिक परिषद अधिवेशन में की अहम बातें, 3700 करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाओं की सौगात
बिहार के बोधगया में आयोजित 22वें बिहार आर्थिक परिषद अधिवेशन में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस मौके पर बिहार सरकार के दोनों डिप्टी सीएम और मंत्री भी मौजूद थे। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बिहारवासियों को 3700 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली छह सड़क परियोजनाओं की सौगात दी।
इस अवसर पर नितिन गडकरी ने कहा कि हमारा इतिहास, संस्कृति और विरासत हमारी ताकत हैं और हमें पूरे विश्व के कल्याण के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने समाज में जातिवाद को नकारते हुए कहा कि व्यक्ति की पहचान उसकी जाति से नहीं, बल्कि उसके गुणों से होती है। उन्होंने उदाहरण दिया, “क्या आप कभी भीम राव अंबेडकर या महात्मा ज्योतिबा फुले की जाति पूछते हैं?” और यह भी कहा कि लोग रेस्टोरेंट में और अस्पतालों में जाति नहीं पूछते, बल्कि वहां पहुंचने के लिए गुण ही मायने रखते हैं।
उन्होंने भारत की ऐतिहासिक विरासत की बात करते हुए कहा कि यह देश भगवान बुद्ध से लेकर स्वामी विवेकानंद तक शांति का संदेश देता रहा है। गडकरी ने यह भी कहा कि भारत में पैसे की कमी नहीं है, और देश जल्द ही अपने ज्ञान, विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वैश्विक नेता बनेगा।
3700 करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
गडकरी ने छह प्रमुख सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया:
- एनएच 20 बख्तियारपुर-रजौली फोरलेन सड़क (5 किमी): क्षेत्रीय यातायात को सुगम बनाएगी।
- नालंदा में देवीसराय और बड़ी मठ पर पुल-पुलिया (7 किमी): ग्रामीण क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
- हरदिया तक एनएच 20 फोरलेन सड़क (7 किमी): झारखंड और पटना से नवादा की कनेक्टिविटी में सुधार।
- नवादा में वारिसलीगंज-नवादा रेलखंड पर आरओबी (1.1 किमी): यातायात जाम से राहत मिलेगी।
- गया में चाकन्द -दोमुहान फोरलेन सड़क (19 किमी): गया शहर में ट्रैफिक संचालन को सुगम बनाएगी।
- जहानाबाद में गोल बगीचा सड़क चौड़ीकरण (7.5 किमी): जाम की समस्या का समाधान होगा।
मगध विश्वविद्यालय के कुलपति की मांग
मगध विश्वविद्यालय बोधगया के कुलपति एसपी शाही ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की सराहना करते हुए कहा कि पहले पटना से बोधगया तक आने में 5 घंटे लगते थे, लेकिन अब यह यात्रा केवल डेढ़ घंटे में पूरी हो जाती है। उन्होंने मगध विश्वविद्यालय के पास एक अंडरपास और शोध केंद्र बनाने की मांग की।
गडकरी ने इस अवसर पर कहा कि उन्होंने देश में सड़क नेटवर्क का विस्तार किया है और भविष्य में भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए सभी क्षेत्रों में काम जारी रहेगा।