दिल्ली में ठंड का कहर, इस सीजन की सबसे सर्द रात, प्रदूषण से परेशान लोग

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, और 20 नवंबर को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 426 दर्ज किया गया, जो कि “गंभीर” श्रेणी में आता है। इस स्तर पर हवा में मौजूद प्रदूषक तत्व स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे का कारण बनते हैं। इसी बीच, दिल्ली में तापमान में भी गिरावट आई, और 19 नवंबर की रात को इस मौसम की सबसे सर्द रात देखी गई, जिसमें न्यूनतम तापमान 11.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इसके अलावा, घना कोहरा भी छाया रहा, जिससे दृश्यता सुबह 8:30 बजे तक घटकर 500 मीटर रह गई।
दिल्ली में प्रदूषण के कारण 38 निगरानी केंद्रों में से अधिकांश “रेड जोन” में हैं। इसके चलते वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने अतिरिक्त प्रतिबंध लागू किए हैं, जैसे कि केवल बीएस-चार वाहन और आपातकालीन सेवाओं के वाहनों को अनुमति दी गई है, जबकि डीजल से चलने वाले मालवाहक वाहनों का दिल्ली में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। यह कदम प्रदूषण को नियंत्रित करने और लोगों की सेहत को बचाने के लिए उठाए गए हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, AQI 400 या उससे अधिक को “गंभीर” श्रेणी में रखा जाता है, जो पहले से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए और भी खतरनाक साबित हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप, निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध, स्कूलों में कक्षाएं निलंबित करना, और परिवहन संबंधी कड़े उपाय लागू किए गए हैं।
दिल्ली के नागरिकों के स्वास्थ्य को बचाने के लिए इन प्रतिबंधों को लागू किया गया है, लेकिन यह स्थिति आने वाले दिनों में और भी गंभीर हो सकती है यदि प्रदूषण का स्तर इसी तरह बढ़ता रहा।