दिल्ली: फर्जी स्टॉक ट्रेडिंग में चीनी नागरिक गिरफ्तार, 43.5 लाख की ठगी

चीन के एक नागरिक, जो व्हाट्सएप ग्रुप्स के माध्यम से फर्जी स्टॉक ट्रेडिंग से जुड़े कई मामलों में संलिप्त था, को पुलिस ने 43.5 लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान फांग चेनजिन के रूप में हुई है।एकाउंटेंट की शिकायत के मुताबिक, उसने इस साल फरवरी और मार्च में अज्ञात व्यक्तियों के निमंत्रण पर दो अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप्स जॉइन किए थे। इन ग्रुप्स में शेयर खरीदने और बेचने के लिए बाजार विश्लेषण की ट्रेनिंग दी जा रही थी। जल्द ही उसे स्टॉक्स में पैसे निवेश करने के लिए आकर्षित किया गया और उसने कई खातों में कुल 43.5 लाख रुपये जमा कर दिए।
शिकायतकर्ता ने जुलाई में शिकायत दर्ज कराई, जब उसे अपना निवेश वापस नहीं मिला। जांचकर्ताओं ने बैंक लेन-देन, पते और मोबाइल रिकॉर्ड्स का विश्लेषण कर आरोपी को ट्रेस किया। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि 1.25 लाख रुपये को एक अलग बैंक खाते में ट्रांसफर किया गया था।यह खाता एक अलग नाम से पंजीकृत था और इसका ऑफिस मुंडका में स्थित था। हालांकि, अपराध में इस्तेमाल मोबाइल नंबर एक अलग नाम से पंजीकृत था। कॉल डाटा विश्लेषण से यह पता चला कि यह नंबर ग्रेटर नोएडा के एक इलाके से जुड़ा था। जब पुलिस वहां पहुंची, तो एक महिला मिली, जिसकी मदद से चेनजिन का ठिकाना पता चला और 18 अक्टूबर को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
वहीं, आरोपी के वकील जेपी बंशल ने कहा कि उनके मुवक्किल को “झूठा फंसाया” गया है। उन्होंने कहा, “उनसे कोई वसूली नहीं हुई और उनका मोबाइल फोन भी बरामद नहीं हुआ है।” उनका यह भी कहना था कि चेनजिन की गिरफ्तारी इस कारण हुई क्योंकि वह अपने देश के उन लोगों की मदद कर रहा था, जो जेल में बंद थे।चेनजिन की जमानत याचिका मंगलवार को कड़कड़डूमा कोर्ट में सुनवाई के लिए रखी गई है। पुलिस अब अन्य बैंक खातों की जांच कर रही है ताकि यह पता चल सके कि इस मामले में और लोग शामिल हैं या नहीं। पुलिस ने चीनी दूतावास से एक अनुवादक नियुक्त करने का भी अनुरोध किया है ताकि आरोपी से पूछताछ की जा सके। इसके अलावा, गौतम बुद्ध नगर की जेल प्राधिकरण को एक पत्र भेजा गया है, जिसमें एक अन्य चीनी नागरिक के मामले से जुड़े संदिग्ध लिंक की जांच की जा रही है।सूत्रों के मुताबिक, इस धोखाधड़ी से जुड़ी 17 अन्य शिकायतें भी सामने आई हैं, जिनका कुल नुकसान लगभग 100 करोड़ रुपये है। चेनजिन इससे पहले आंध्र प्रदेश और गौतम बुद्ध नगर में दो अन्य मामलों में भी शामिल था।