Kartik Purnima Snan: हर की पैड़ी पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़, मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाते हुए नमन

कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए हरिद्वार में यातायात व्यवस्था को सुचारु और व्यवस्थित रखने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। शुक्रवार को हरकी पैड़ी पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जो सुबह से ही गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। इस पर्व को देखते हुए पुलिस ने खास यातायात प्लान तैयार किया है, ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो और यातायात भी सुचारू बना रहे।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने इस प्लान का सख्ती से पालन करवाने का निर्देश दिया है। एसपी यातायात पंकज गैरोला के मुताबिक, बृहस्पतिवार रात 12 बजे से लेकर स्नान समाप्ति तक हरिद्वार के शहरी क्षेत्र में भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से बंद रहेगा।
मुख्य मार्ग और पार्किंग व्यवस्था:
दिल्ली, मेरठ और मुजफ्फरनगर से आने वाले वाहन – इन वाहनों को नारसन, मंगलौर, कोर कॉलेज, ख्याति ढाबा, गुरुकुल कांगड़ी, शंकराचार्य चौक से होते हुए अलकनंदा, दीनदयाल, पंतद्वीप, और चमकादड़ टापू पार्किंग भेजा जाएगा। अगर ज्यादा भीड़ हो, तो इन्हें बैरागी कैंप पार्किंग में डायवर्ट किया जाएगा।पंजाब और हरियाणा से आने वाले वाहन – इन वाहनों को सहारनपुर, मण्डावर, भगवानपुर होते हुए अलकनंदा, दीनदयाल, पंतद्वीप और चमकादड़ टापू पार्किंग भेजा जाएगा। अगर ट्रैफिक ज्यादा बढ़े, तो बैरागी कैंप पार्किंग में पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी।
नजीबाबाद से आने वाले वाहन – छोटे वाहन चिड़ियापुर, श्यामपुर से होते हुए पंतद्वीप और चमकादड़ टापू पार्किंग में भेजे जाएंगे। ट्रैफिक बढ़ने पर इन वाहनों को गौरीशंकर-नीलधारा पार्किंग में भेजा जाएगा।देहरादून और ऋषिकेश से आने वाले वाहन – इन वाहनों को नेपाली फार्म, रायवाला होते हुए मोतीचूर पार्किंग भेजा जाएगा।सिडकुल और शिवालिक नगर से आने वाले वाहन – इन वाहनों को सर्विस लेन से होते हुए ऋषिकुल मैदान पार्किंग भेजा जाएगा।
देहरादून और ऋषिकेश से आने वाले ऑटो और विक्रम को जयराम मोड़ से यू-टर्न कर वापस भेजा जाएगा। वहीं, ज्वालापुर, जगजीतपुर, कनखल, बीएचईएल और हिलबाईपास से आने वाले ऑटो और ई-रिक्शा को भी निर्धारित रास्तों पर वापस लौटने के निर्देश दिए गए हैं।चंडी चौक से वाल्मीकि चौक और शिवमूर्ति चौक तक जीरो जोन रहेगा। इसके अलावा, शिवमूर्ति चौक से हरकी पौड़ी और भीमगोडा बैरियर से हरकी पौड़ी तक भी जीरो जोन होगा, ताकि यातायात बिना रुकावट के चलता रहे।इस पूरी व्यवस्था का उद्देश्य कार्तिक पूर्णिमा स्नान के दौरान श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करना है।