हरिद्वार में गंगा दीपोत्सव के साथ राज्य स्थापना दिवस पर सांस्कृतिक उत्सव और धार्मिक आयोजन

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उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर हरिद्वार में भव्य गंगा दीपोत्सव

आज उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के मौके पर हरिद्वार में एक भव्य गंगा दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में हरिद्वार के 52 घाटों पर तीन लाख से अधिक दीप जलाए जाएंगे, जो पूरे शहर को एक अद्भुत रोशनी से भर देंगे। इसके अलावा, दीपोत्सव के दौरान गंगा नदी के किनारे भजन संध्या, सांस्कृतिक कार्यक्रम और धार्मिक अनुष्ठान भी होंगे। यह आयोजन न केवल उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को प्रकट करेगा, बल्कि राज्य के धार्मिक महत्व को भी प्रदर्शित करेगा।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। उनके नेतृत्व में राज्य सरकार ने इस आयोजन को और भी भव्य बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने राज्य के विकास की दिशा में किए गए प्रयासों पर भी प्रकाश डाला और राज्यवासियों को इस महत्वपूर्ण अवसर पर शुभकामनाएं दीं।

इस आयोजन से एक दिन पहले, हरकी पैड़ी पर 500 ड्रोन के माध्यम से एक विशेष लाइट शो किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की आकाश में छवि बनाई गई। यह दृश्य न केवल बहुत ही आकर्षक था, बल्कि हरिद्वार के लोगों और पर्यटकों के लिए एक अद्भुत अनुभव था। ड्रोन लाइट शो ने राज्य के नेतृत्व को एक नया और आधुनिक रूप में प्रस्तुत किया, जिसे सभी ने सराहा।आज के इस खास दिन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पन्नालाल भल्ला स्टेडियम का उद्घाटन करेंगे, जो राज्य के खेल क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। यह स्टेडियम स्थानीय युवाओं को खेलों में नए अवसर प्रदान करेगा और राज्य में खेल संस्कृति को प्रोत्साहित करेगा। इसके अलावा, मुख्यमंत्री हरकी पैड़ी पर स्थित पुलिस चौकी का भी उद्घाटन करेंगे, जिससे तीर्थयात्रियों की सुरक्षा में और सुधार होगा।

गंगा दीपोत्सव सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक भी है। दीपों की रौशनी में गंगा की पूजा और भजन संध्या, एक अत्यधिक पवित्र और शांतिपूर्ण वातावरण बनाएंगे। इस आयोजन से राज्य की धार्मिक परंपराओं को और भी अधिक मान्यता मिलेगी और यह पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।यह आयोजन उत्तराखंड के लोगों के लिए गर्व का अवसर है, जो न केवल राज्य की संस्कृति और धरोहर को सम्मानित करता है, बल्कि राज्य के विकास और समृद्धि की दिशा में एक कदम और बढ़ाता है।

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