यूपी में फिर चला योगी सरकार का बुलडोजर, IAS अधिकारी ने अपने सामने गिरवाए अवैध निर्माण

प्रशासन ने एक बार फिर अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ अभियान शुरू किया है। लखनऊ-अयोध्या मार्ग के बड़ेल क्षेत्र में अवैध प्लॉटिंग के मामलों को गंभीरता से लेते हुए, आईएएस संयुक्त मजिस्ट्रेट आर जगत साईं ने दो कंपनियों के अवैध निर्माण को ध्वस्त करवाया। इनमें एएफजेपी पैराडाइज इंफ्रा लिमिटेड और समृद्धि इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड की प्लॉटिंग शामिल थीं। विशेष बात यह है कि इनमें से एक मामले में पांच साल पहले तत्कालीन एसडीएम नवाबगंज द्वारा ध्वस्तीकरण का आदेश दिया गया था, लेकिन कार्रवाई नहीं हो पाई थी। इस दौरान संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों ने मामले को दबाकर रखा, जिसके चलते अवैध प्लॉटिंग का कार्य जारी रहा।
संयुक्त मजिस्ट्रेट आर जगत साईं ने बुधवार को पुलिस, राजस्व और विनियमित क्षेत्र की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कराया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अवैध प्लॉटिंग करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाए। मजिस्ट्रेट ने आगे कहा कि जितनी भी अवैध प्लॉटिंग स्थल हैं, उन सभी पर कार्रवाई जारी रहेगी ताकि अवैध भूमि विक्रय को रोका जा सके और नागरिकों के हितों की रक्षा की जा सके।
इसके साथ ही, संयुक्त मजिस्ट्रेट ने नागरिकों से अपील की है कि वे जमीन खरीदने से पहले उसकी वैधता अवश्य जांचें। उन्होंने सुझाव दिया कि प्लॉट खरीदने से पहले तहसील परिसर में स्थित विनियमित क्षेत्र कार्यालय में जाकर जानकारी लें। यह कदम नागरिकों को धोखाधड़ी से बचाने के लिए महत्वपूर्ण है। प्रशासन का यह सख्त रवैया इस बात का संकेत है कि अवैध प्लॉटिंग करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी, जिससे क्षेत्र में भूमि संबंधी धोखाधड़ी को रोका जा सके।