शिमला: शिक्षा मंत्री ने वोकेशनल टीचर्स से हड़ताल खत्म करने और स्कूलों में लौटने की अपील की

सोमवार को शिमला के अंबेडकर चौक पर हिमाचल प्रदेश के वोकेशनल टीचर्स ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन हिमाचल प्रदेश वोकेशनल टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले किया गया, और मुख्य रूप से उनकी सैलरी बढ़ोतरी और एरियर के भुगतान के लिए था। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में वोकेशनल टीचर्स शामिल हुए, जिन्होंने अपनी समस्याओं के समाधान के लिए सरकार से उचित कदम उठाने की अपील की।प्रदर्शन के बाद, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि अक्टूबर में वोकेशनल टीचर्स का एक प्रतिनिधिमंडल उनके पास आया था, जिसमें वेतन बढ़ाने की मांग की गई थी।
इस पर सरकार ने करीब 2000 रुपये तक सैलरी बढ़ाने का फैसला लिया था। इसके अलावा, एरियर के भुगतान को लेकर भी कार्रवाई की गई। मंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 17 कंपनियां हैं, जिनके माध्यम से लगभग 2,500 वोकेशनल टीचर्स राज्य भर में काम कर रहे हैं। इनमें से 16 कंपनियों ने समय पर एरियर का भुगतान किया, जबकि एक कंपनी ने इसे समय पर नहीं किया।मंत्री ने कहा कि इस मामले में संबंधित विभाग ने उस कंपनी से स्पष्टीकरण लिया है और अगर वही कंपनी भविष्य में भी अपना काम इसी तरह से नहीं करती, तो उसे डिबार किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि बाकी सभी कंपनियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी जिम्मेदारियों को निभाएं और वेतन और एरियर का भुगतान समय पर करें।
शिक्षा मंत्री ने प्रदर्शन कर रहे वोकेशनल टीचर्स से अपील की कि वे अपनी हड़ताल तुरंत खत्म करें और स्कूलों में जाकर अपनी सेवाएं जारी रखें। उन्होंने कहा, “जो जिम्मेदारी आपको सौंपी गई है, उसे पूरी तरह निभाएं। छात्रों के लिए आपकी सेवाएं बहुत महत्वपूर्ण हैं।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार हमेशा कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखेगी, लेकिन अगर किसी कंपनी का रवैया ठीक नहीं होगा, तो उसके खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे।इस प्रदर्शन से यह साफ हो गया कि सरकार ने टीचर्स की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए कुछ कदम उठाए हैं, लेकिन अभी भी कुछ कंपनियों द्वारा समय पर भुगतान न करने की वजह से मुद्दा पूरी तरह से हल नहीं हुआ है।