HARYANA NEWS: लारेंस का नाम क्यों जुड़ रहा सोनीपत से?; पढ़ लारेंस के हरियाणा में फैंले नेटवर्क के बारे में
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम आया तो उसकी हत्या के तार भी सोनीपत से जुड़ गए थे। वारदात में सोनीपत के दो शूटरों के नाम आए थे। जिसमें गांव गढ़ी सिसाना का प्रियव्रत उर्फ फौजी और सेरसा का अंकित नामजद होने के साथ गिरफ्तार हुए।
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नेटवर्क हरियाणा में भी फैला हुआ है। लॉरेंस के कई साथी सोनीपत के हैं। इनमें तीन गैंगस्टर काला जठेड़ी, राजू बसौदी और अक्षय पलड़ा का नाम सबसे ऊपर है। उसके साथ ही पंजाब के सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी सोनीपत के गांव गढ़ी सिसाना के प्रियव्रत फौजी व सेरसा के अंकित का नाम जुड़ा था। पिछले साल सोनीपत में हुए बंबीहा गैंग के गैंगस्टर दीपक मान की हत्या में भी जेल में बंद मोनू डागर का नाम आया था।
दिल्ली एनसीआर में शामिल सोनीपत जिले में कभी राजधानी में बैठे गैंगस्टर की हुकूमत चलती थी। हालांकि एक दशक से जिले के युवाओं का झुकाव पंजाब के गैंग की तरफ होने लगा। इसी का परिणाम है कि जिले में संदीप उर्फ काला जठेडी, राजू बसौदी, अक्षय पलड़ा जैसे अपराधी पैदा हो गए। तीनों के नाम लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हैं। अक्षय पलड़ा तो परिवार के साथ हुए झगड़े के बाद 15 साल की उम्र में ही अपराध जगत में उतर गया था। करीब पांच साल पहले पंजाब में अक्षय की गिरफ्तारी हुई तो पुलिस अधिकारी भी उसके कारनामे सुनकर अचंभित रह गए थे। उस वक्त 19 साल के रहे अक्षय पलड़ा ने 15 हत्याओं में शामिल रहने के साथ ही करीब 25 वारदातें कबूल की थीं। इनमें कई हत्याएं तो अक्षय ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सहयोगी संपत नेहरा के साथ मिलकर की थीं।
संदीप उर्फ काला जठेड़ी अलग-अलग गैंग से हाथ मिलाकर अपनी ताकत बढ़ाता रहा है। 200 से ज्यादा शूटर वाले लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ने के बाद वह अपराध जगत में आगे बढ़ता गया। हत्या, लूट, रंगदारी और पुलिस मुठभेड़ जैसे मामलों में नामजद रहा है। उस पर गिरफ्तारी से पहले सात लाख रुपये का इनाम था। लेडी डॉन अनुराधा से शादी कर चुके काला जठेड़ी के गुर्गों पर आरोप है कि वह सोनीपत सहित हरियाणा के कारोबारियों और ठेकेदारों से वसूली का धंधा चलाते हैं। खनन के धंधे से जुड़े लोगों ने कई बार राजू बसौदी व काला जठेड़ी गैंग के सक्रिय होने की शिकायत की थी। लॉरेंस के जेल जाने के बाद उसके गैंग की कमान सोनीपत का राजू बसौदी संभाल रहा था। एसटीएफ ने राजू बसौदी को गिरफ्तार किया तो पुलिस कस्टडी से भागे काला जठेड़ी ने गैंग की कमान संभाल ली थी। ऐसे में सोनीपत में लॉरेंस बिश्नोई के गैंग के दबदबे को कम नहीं आका जा सकता।
ताबड़तोड़ फायरिंग करने के लिए मशहूर है गैंग
लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े राजू बसौदी, अक्षय पलड़ा व काला जठेड़ी ने जब भी गैंग की कमान संभाली अपराध करने का तरीका एक जैसा ही रहा। हत्या करने की घटना में जहां 15 से 30 तक गोली मारी जाती हैं तो इसी गैंग का नाम सामने आता है। हालांकि वर्तमान में तीनों जेल में बंद हैं।
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पकड़े गए सोनीपत के दो शूटर
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम आया तो उसकी हत्या के तार भी सोनीपत से जुड़ गए थे। वारदात में सोनीपत के दो शूटरों के नाम आए थे। जिसमें गांव गढ़ी सिसाना का प्रियव्रत उर्फ फौजी और सेरसा का अंकित नामजद होने के साथ गिरफ्तार हुए। पंजाब में 29 मई को सिद्धू मूसेवाला की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। पहलवान रहा प्रियव्रत उर्फ फौजी कुश्ती के बलबूते सेना में भर्ती हो गया था। बाद में उसने जुर्म की दुनिया में कदम रखा। वहीं मूसेवाला हत्याकांड के दौरान महज 18 साल के अंकित सेरसा की गिरफ्तारी हुई थी।
सोनीपत में हुई दीपक मान की हत्या
पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर दीपक मान की हत्या भी सोनीपत में कर दी गई थी। इसमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग के मुख्य सदस्य गोल्डी बराड़ के नाम से बने सोशल मीडिया अकाउंट पर हत्या की जिम्मेदारी ली गई थी। पंजाब के फरीदकोट का हिस्ट्रीशीटर दीपक मान बंबीहा गैंग का गैंगस्टर था। वह पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन सोपू के स्टूडेंट लीडर गुरलाल बराड़ की हत्या में आरोपी था। दीपक हत्याकांड में सोनीपत के रेवली गांव के मोनू डागर पर पूरा षड्यंत्र रचने व शूटर भेजने का आरोप है।
रोहतक में ट्रक यूनियन प्रधान को लॉरेंस के गुर्गे ने दी थी धमकी
रोहतक में लॉरेंस या उसका गैंग सक्रिय नहीं है, लेकिन फरवरी 2023 में आईएमटी स्थित ट्रक यूनियन के प्रधान जितेंद्र से पंजाब की फरीदकोट जेल में बंद मोनू डागर ने ट्रक यूनियन में हिस्सेदारी मांगी थी। कहा था कि वह लॉरेंस बिश्नोई व काला जठेड़ी का साथी है। उसे ट्रांसपोर्ट के काम में हिस्सेदारी चाहिए। हिस्सेदारी नहीं देने पर अंजाम का जिम्मेदार खुद होगा। ऑडियो में आरोपी ने काला जठेड़ी के नाम का जिक्र कर खौफ पैदा करने का प्रयास किया था। पुलिस पंजाब से मोनू डागर को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई थी। जिले में डेढ़ लाख के इनामी बदमाश गांव रिटौली निवासी हिमांशु उर्फ भाऊ, खिड़वाली निवासी राहुल बाबा, मनोज मोरखड़ी, कारोर निवासी अनिल छिप्पी व छाजू गैंग सक्रिय हैं। हिमांशु विदेश में बैठकर गैंग चला रहा है जबकि राहुल बाबा जमानत पर आने के बाद से फरार है। अनिल छिप्पी, छाजू गैंग का जतिन व मनोज मोरखेड़ी जेल में बंद हैं।