UP NEWS: यूपी बोर्ड के प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट के नम्बर 1 जनवरी से चढ़ाने होंगे शुरू; पढ़ें क्या बरतनी है सावधानियां

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबद्ध स्कूलों में दसवीं व बारहवीं कक्षाओं के प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट व आंतरिक मूल्यांकन की प्रक्रिया एक जनवरी से शुरू होगी।



सीबीएसई ने स्कूलों को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। स्कूलों को कहा गया है कि वे प्रैक्टिकल परीक्षाओं को समय पर पूरा करने के लिए कदम उठाएं। जिले में सीबीएसई के 48 विद्यालय संचालित होते हैं। इनमें हाईस्कूल के 3500 और इंटर में करीब पांच हजार छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। इन विद्यार्थियों के प्रेक्टिकल, प्रोजेक्ट व आंतरिक मूल्यांकन की प्रक्रिया एक जनवरी से शुरू होगी। जिला समन्वयक राहुल तिवारी ने बताया कि सीबीएसई ने स्कूलों को छात्रों की अंतिम सूची तैयार करने के लिए कहा गया है।

कोई भी छात्र, जिसका नाम लिस्ट ऑफ कैंडिडेट (एलओसी) में प्रस्तुत नहीं किया गया है, उसे इन प्रैक्टिकल परीक्षाओं व आंतरिक मूल्यांकन में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाए। स्कूल प्रैक्टिकल परीक्षा, आंतरिक मूल्यांकन को समय पर पूरा करना सुनिश्चित करें। बोर्ड ने कहा है कि यदि छात्रों के किसी बैच की संख्या 30 से ज्यादा है, तो प्रैक्टिकल परीक्षा एक दिन में दो से तीन पालियों में आयोजित की जा सकती है।

अंक अपलोड करते समय सावधानी बरतने की सलाह

बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि दसवीं की प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए किसी भी बाहरी परीक्षक की नियुक्ति नहीं की जाएगी। दसवीं के छात्रों के लिए कोई प्रैक्टिकल उत्तर पुस्तिका नहीं दी जाएगी। सारी व्यवस्था स्कूल करेंगे। बारहवीं की प्रैक्टिकल परीक्षा व प्रोजेक्ट के मूल्यांकन के लिए बाहरी परीक्षक नियुक्त होंगे। स्कूलों को स्पष्ट किया गया है कि वे अंक अपलोड करते समय सावधानी बरतें। एक बार अपलोड होने के बाद अंक बदले नहीं जा सकेंगे। प्रैक्टिकल परीक्षा के हर समूह के बच्चों का फोटोग्राफ भी बोर्ड को भेजना होगा। इसमें परीक्षक, पर्यवेक्षक के साथ बच्चों का चेहरा दिखना जरूरी है।

 

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