पलवल में बाजार गए युवक का अपहरण कर हत्या, कैंसर से जूझ रहे मृतक के परिजनों ने खुद पकड़ा एक आरोपी!

पलवल में बाजार गए युवक का अपहरण कर हत्या
हरियाणा के पलवल जिले के होडल बाजार से युवक के अपहरण के बाद हत्या कर शव को नाले के पास फेंकने का मामला सामने आया है। इस घटना से आक्रोशित मृतक के परिजनों ने होडल थाने का घेराव कर हत्यारों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की। मौके पर पहुंचे डीएसपी ने बातचीत कर भीड़ को शांत कराया।
मृतक खेमचंद पेशे से घरों में टाइल लगाने का काम करता था
मिली जानकारी के अनुसार, बलवाना गांव का 24 वर्षीय युवक खेमचंद, जो घरों में टाइल लगाने का काम करता था, अपनी मोटरसाइकिल से भुलवाना गांव से काम पर आया था। जब वह घर लौटने में देरी करने लगा, तो उसकी मां ने शाम करीब 7 बजे फोन किया। खेमचंद ने बताया कि वह अभी काम में है और जल्द ही घर लौटेगा, लेकिन इसके बाद वह घर नहीं पहुंचा। करीब 9:30 बजे उसकी बहन ने फिर से फोन किया, लेकिन इस बार किसी अजनबी ने फोन उठाकर बदतमीजी से बात की और गालियां दीं। घबराई बहन ने दोबारा फोन मिलाया, तब किसी अन्य व्यक्ति ने बताया कि गढ़ी रोड पर एक पुलिया के पास दो युवक बेहोश पड़े हैं।
परिजनों ने एक आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया
परिजनों ने बताया कि फोन पर मिली अधूरी जानकारी के बाद परिवार और गांववालों ने मिलकर खेमचंद की तलाश शुरू की। खोज के दौरान किसी ने खेमचंद की मोटरसाइकिल को दो युवकों के पास देखा। जब मोटरसाइकिल रुकवाई गई, तो एक युवक मौके से फरार हो गया, जबकि दूसरे को पकड़कर ग्रामीणों ने पुलिस के हवाले कर दिया। परिजनों का आरोप है कि रात करीब 11:30 बजे उन्होंने एक आरोपी को खेमचंद की मोटरसाइकिल के साथ पुलिस के सुपुर्द कर दिया था, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने खेमचंद को खोजने और दोषियों को गिरफ्तार करने में देरी की। इसी के चलते परिवार और गांववाले होडल थाने पहुंचकर थाने का घेराव करने लगे। उनका कहना था कि जब तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक वे शव का पोस्टमार्टम नहीं कराएंगे। गुस्साए परिजन बार-बार सड़क जाम करने और हत्यारों को खुद सजा देने की धमकी देते रहे।
मृतक लंबे समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहा था
मृतक की मां किशन बत्ती और बहन ने बताया कि खेमचंद को पिछले दिन जांच में कैंसर होने का पता चला था और 24 सितंबर को उसे इलाज के लिए अस्पताल जाना था, जिसके लिए उसने पैसों का इंतजाम भी कर लिया था। मृतक के पिता की कई साल पहले मौत हो चुकी थी, जबकि एक भाई ने आत्महत्या कर ली थी। खेमचंद शादीशुदा था, और उसकी मौत के बाद घर में बूढ़ी मां, चार बहनें, लगभग 2 साल का बेटा और गर्भवती पत्नी रह गए हैं। बहन ने बताया कि उसकी बीमारी पर डेढ़ लाख रुपए से अधिक खर्च हो चुका था, और अब घर में कोई कमाने वाला भी नहीं बचा। जब सुबह खेमचंद की डेड बॉडी मिली, तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे, जिससे परिजनों का शक है कि हत्या से पहले उसके साथ दुराचार या कुकर्म किया गया था।
डीएसपी ने बताया कि रात को ही अपहरण का मामला दर्ज कर लिया गया था, लेकिन सुबह शव मिलने के बाद हत्या की धाराएं भी जोड़ी गईं। मामले की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें बनाई गई हैं, जो तेजी से कार्रवाई कर रही हैं। जल्द ही सभी दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।