मुखर्जी नगर में UPSC की तैयारी कर रहे युवक का शव मिला, आज छात्र कैंडल मार्च निकालकर करेंगे विरोध!

मुखर्जी नगर थाना क्षेत्र से 10 दिनों से लापता छात्र का शव शनिवार को संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ से लटका हुआ मिला। शव मिलने के बाद से छात्रों में भारी नाराजगी फैल गई है। आज मंगलवार को शाम पांच बजे, बड़ी संख्या में छात्र कैंडल मार्च निकालकर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे। छात्रों का कहना है कि यह आत्महत्या है या हत्या, इसकी निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए।
छात्रों ने निष्पक्ष जांच कराने की अपील की
छात्रों का आरोप है कि युवक के शव पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर जलाया गया है। वे पुलिस अधिकारियों से निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। वहीं, स्थानीय आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों का कहना है कि वे पुलिस का हर संभव सहयोग करने के लिए तैयार हैं, और जिस पीजी परिसर में छात्र रहता था, उस परिसर और उसके आसपास लगे कैमरों के सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मुहैया कराए गए हैं। पुलिस इस मामले की कई पहलुओं से जांच कर रही है।
जानकारी के मुताबिक, मुखर्जी नगर में रहने वाले छात्र इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर मुहिम चला रहे हैं और कैंडल मार्च में शामिल होने के लिए अपील कर रहे हैं। मार्च शाम पांच बजे वर्धमान मॉल, नेहरू विहार से शुरू होकर दृष्टि ऑफिस, मुखर्जी नगर तक जाएगा। इसके बाद छात्र उस स्थान पर भी जाएंगे, जहां शव मिला था।
छात्र राजस्थान का निवासी था
शव की पहचान दीपक कुमार मीणा के रूप में हुई है, जो यहां पीजी में रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे थे। दीपक 11 सितंबर से लापता थे, और उनके स्वजन ने 14 सितंबर को मुखर्जी नगर थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। तब से पुलिस दीपक का सुराग लगाने में जुटी थी, और पोस्टमार्टम के बाद शव को उनके स्वजन को सौंप दिया गया।
कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, और जांच कई अन्य पहलुओं से जारी है। मृतक दीपक कुमार मीणा राजस्थान के दौसा का निवासी था, और उनके परिवार में पिता, मां, दो भाई और दो बहनें हैं। दीपक जुलाई में मेंस परीक्षा की तैयारी के लिए मुखर्जी नगर आया था।
एसडी आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष बीएन झा ने कहा कि जिस पीजी में दीपक रहता था, वहां के सभी 45 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज पुलिस को सौंप दिए गए हैं। आरडब्ल्यूए ने दिल्ली पुलिस को जांच में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। झा ने यह भी कहा कि यह घटना चाहे हत्या हो या आत्महत्या, इसकी गहन जांच जरूरी है, क्योंकि शव की स्थिति और संदिग्ध परिस्थितियों को देखते हुए कई सवाल उठ रहे हैं।