NSUI पर गुटबाजी का साया, चुनावी पोस्टर से सैलजा और सुरजेवाला की फोटो गायब

हरियाणा के विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से ही पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही खिंचतान सामने आने के बावजूद जहां पार्टी का शीर्ष नेतृत्व उस पर रोक लगाने में अब तक असफल रहा है। वहीं, अब कांग्रेस की छात्र इकाई वाला संगठन नेशनल स्टूडेंट यूनियन आफ इंडिया (एनएसयूआई) भी पार्टी नेताओं की गुटबाजी में फंसता दिखाई दे रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष अविनाश यादव ने संगठन का चुनाव कैंपेन मेरी पहली वोट लॉन्च किया। अपने इस कैंपेन के जरिए एनएसयूआई प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेज में जाकर छात्रों को बताएगी कि वह अपनी पहली वोट आखिर क्यों और किन मुद्दों के चलते कांग्रेस को दें।
अविनाश यादव ने कहा कि मतदान में भागीदारी कर अपनी वोट सही जगह डालना हर एक युवा की जिम्मेदारी है। इसलिए हमारे कैंपेन की टैगलाइन ‘बात है भागीदारी की, हमारी जिम्मेदारी की’ बनाई गई है। इससे पहले प्रदेश के कई विश्वविद्यालयों में जाकर छात्रों की राय भी जानी है कि उनकी क्या समस्याएं हैं। ज्यादातर छात्रों ने कहा कि वह अपनी पहली वोट अग्निवीर, महिला सुरक्षा, पक्की भर्ती, पेपर लीक और फीस वृद्धि आदि मुद्दों को देखते हुए देंगे।
यादव ने दावा किया कि प्रदेश में लगभग दो लाख पद सरकारी विभागों में खाली पड़े हैं, लेकिन भाजपा ने कौशल रोजगार निगम के जरिये कच्ची भर्ती कर युवाओं का शोषण किया है। हरियाणा की भर्तियों में 30 से ज्यादा पेपर लीक हुए हैं। इससे योग्य उम्मीदवारों की मेहनत पर पानी फिरा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर छात्रों व युवाओं से जुड़े इन सभी मुद्दों का समाधान करवाया जाएगा।