मुरादाबाद: प्रधानाध्यापिका के थप्पड़ से छात्रा की आंख की रोशनी गई, जांच जारी
मुरादाबाद के प्राथमिक विद्यालय भोगपुर मिठौनी में कक्षा तीन की छात्रा हिमांशी को प्रधानाध्यापिका द्वारा थप्पड़ मारने का आरोप लगा है। घटना के बाद उसकी दायीं आंख में दर्द शुरू हुआ, जो बढ़ते-बढ़ते अब पूरी तरह से दिखना बंद हो गया।
छात्रा की मां, ज्योति कश्यप, ने 20 दिनों तक शहर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज के लिए भटकने के बाद डीएम अनुज सिंह से शिकायत की। डीएम के निर्देश पर छात्रा को एम्स दिल्ली में इलाज के लिए भेजा गया। डॉक्टरों ने बताया कि हिमांशी की ऑप्टिक नर्व को गंभीर क्षति पहुंची है और रेटिना भी प्रभावित हुआ है। आंख की नसों में खून का प्रवाह बाधित होने के कारण रोशनी वापस आने की संभावना कम है।
छात्रा की मां का आरोप है कि प्रधानाध्यापिका ने न केवल अपनी गलती मानी बल्कि इलाज में कोई सहयोग भी नहीं किया। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है और एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
छात्रा के पिता ई-रिक्शा चालक हैं और आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण महंगा इलाज कराने में असमर्थ थे, जिसके बाद डीएम ने हस्तक्षेप कर मदद की। स्थानीय डॉक्टरों ने बच्ची को एम्स दिल्ली रेफर कर दिया था, लेकिन वहां भी इलाज की गंभीरता को देखते हुए परिजन चिंतित हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग ने अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा जांच की जा रही है, लेकिन प्रधानाध्यापिका गीता कराल ने आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि छात्रा की मां ने प्रमाणपत्र बनवाने का दबाव डाला और मना करने पर धमकी दी। अब प्रशासन इस मामले में जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है।