नालंदा में साइबर ठगी का हाई प्रोफाइल बिटक्वाइन माइनिंग कनेक्शन उजागर
बिहार के नालंदा जिले में एक हाई प्रोफाइल बिटक्वाइन माइनिंग घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। यह मामला तब सामने आया जब पटना जिले के शाहजहांपुर थाना क्षेत्र में दो दोस्तों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड की जांच के दौरान नगरनौसा इलाके में छापेमारी की गई, जिससे यह खुलासा हुआ कि यहां पर क्रिप्टो करेंसी माइनिंग का बड़ा खेल चल रहा था। पुलिस ने मौके से बिटक्वाइन माइनिंग मशीन और कई अन्य उपकरण बरामद किए हैं।
यह मामला ठगी और डिजिटल धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ निकला। जांच में पता चला कि मृतक सौरभ और उसके साथी इस क्रिप्टो माइनिंग नेटवर्क का हिस्सा थे। पुलिस ने छापेमारी कर भोभी गांव में रोहित कुमार के घर से माइनिंग मशीन बरामद की। रोहित ने बताया कि यह सभी लोग साझेदारी में बिटक्वाइन की माइनिंग करते थे और इससे होने वाले फायदे को आपस में बांटते थे। सौरभ के घर की तलाशी लेने पर पुलिस को छह मोबाइल, चार दर्जन एटीएम कार्ड, 24 चेकबुक, 10 पासबुक, लैपटॉप, 94 हजार रुपये नगद और अन्य सामान मिले।
पुलिस ने इस मामले में भोभी गांव निवासी रोहित कुमार और नवादा जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्र के बकसंडा गांव निवासी सुमीत कुमार के खिलाफ नगरनौसा थाना में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि हिलसा थाना क्षेत्र के हसनी गांव निवासी गोलू उर्फ रणविजय कुमार भी इस गिरोह का हिस्सा है, जो फिलहाल अपने ननिहाल सकरपुरा गांव में रह रहा था। पुलिस ने वहां भी छापेमारी की और उसके घर से लैपटॉप, माइनिंग मशीन, मोबाइल फोन और 1.25 लाख रुपये नकद बरामद किए।
डीएसपी सुमीत कुमार ने बताया कि पटना जिले में सौरभ कुमार और आनंद कुमार की गोली मारकर हत्या की गई थी। सौरभ नगरनौसा थाना क्षेत्र के भोभी गांव निवासी राजेश कुमार का बेटा था, जबकि आनंद बेतिया जिले का रहने वाला था। इस मामले में शाहजहांपुर पुलिस ने रोहित और सुमीत को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसके बाद यह पूरा साइबर ठगी और बिटक्वाइन माइनिंग का मामला उजागर हुआ।