RAJASTHAN NEWS: तहसीलदार, जेईएन, पटवारी सहित 7 लोगों की गिरफ्तारी; रिश्वत लेते हुए अधिकारियों ने रंगे हाथों पकड़ा
राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के हत्थे चढ़े 7 कर्मचारियों को जेडीसी ने निलंबित कर दिया है। तहसीलदार, जेईएन, पटवारी सहित 7 लोगों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इन सातों कार्मिकों को जेडीए प्रशासन की ओर से भी सजा दी गई है।
राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के हत्थे चढ़े 7 कर्मचारियों को जेडीसी ने निलंबित कर दिया है। तहसीलदार, जेईएन, पटवारी सहित 7 लोगों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। लइन सातों कार्मिकों को जेडीए प्रशासन की ओर से भी सजा दी गई है। जेडीसी मंजू राजपाल ने आरोपी कार्मिकों को निलंबित कर दिया है। साथ ही जोन उपायुक्त गुलाबचंद को मामले में जिम्मेदार मानते हुए निलंबित किया है।
एसीबी की जयपुर नगर तृतीय इकाई को परिवादी ने शिकायत दी थी कि उसकी जमीन 90 ए में रूपांतरण करवाने के एवज में जयपुर विकास प्राधिकरण जोन 9 के तहसीलदार लक्ष्मीकांत गुप्ता एक लाख रुपए, गिरदावर रुकमणि एक लाख रुपए, गिरदावर रविकांत शर्मा, जेईएन खेमराज मीणा, 40 हजार रुपए, पटवारी श्रीराम शर्मा पटवारी 20 हजार रुपए, गिरदावर विमला मीणा और उसके पति दलाल महेश चंद मीणा के माध्यम से 13 लाख रुपए रिश्वत राशि की मांग कर परेशान किया जा रहा है। एसीबी ने इस शिकायत का सत्यापन कराकर जोन 9 की टीम को ट्रैप करने की कार्रवाई की।
इस कार्रवाई के बाद जेडीए प्रशासन ने भी आरोपियों पर एक्शन लिया. जेडीए की ओर से जारी आदेश के अनुसार प्रति नियुक्ति पर लगे नायब तहसीलदार लक्ष्मी कांत गुप्ता, पटवारी श्रीराम शर्मा, कनिष्ठ अभियंता खेमराम मीणा, प्रतिनियुक्ति पर लगे भू अभिलेख निरीक्षक रविकांत शर्मा, भू अभिलेख निरीक्षक रूक्मणी कुमारी और पटवारी विमला मीणा को किया निलंबित कर दिया गया है। इनके अलावा उपायुक्त गुलाबचंद को भी जिम्मेदार मानते हुए निलंबन की कार्रवाई की गई है। निलंबन काल के दौरान निलंबित किए गए कर्मचारी-अधिकारी अपने पैतृक विभाग में उपस्थिति देंगे।