दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर किसान आंदोलन के कारण ट्रैफिक धीमा, यात्रियों को हुई बड़ी असुविधा

दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर किसान आंदोलन के चलते ट्रैफिक की गति धीमी होने से यात्रियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। सुरक्षा के मद्देनजर बॉर्डर पर भारी बैरिकेडिंग की गई थी, जिससे कई घंटे तक वाहन चालकों को ट्रैफिक जाम में फंसे रहना पड़ा।
पुलिस ने बॉर्डर पर सुरक्षा के लिए अतिरिक्त कर्मियों को तैनात किया और वाहनों की चेकिंग की, जिससे रास्ते पर लंबी कतारें लग गईं। सुबह और शाम के पीक आवर्स में स्थिति और भी खराब हो गई, क्योंकि लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने में काफी समय ले रहे थे। नोएडा से दिल्ली और दिल्ली से नोएडा जाने वाले लोग ट्रैफिक की समस्या से जूझते नजर आए।
यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी परेशानियां साझा कीं और प्रशासन से इस समस्या के समाधान की अपील की। एक यात्री ने कहा, “दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर ट्रैफिक जाम ने हमारे समय और ऊर्जा दोनों को बर्बाद कर दिया है।”
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि किसान आंदोलन के मद्देनजर यह व्यवस्था लागू की गई है ताकि कानून और व्यवस्था बनाए रखी जा सके। उन्होंने यात्रियों से अपील की कि वे धैर्य रखें और ट्रैफिक नियमों का पालन करें।
हालांकि, किसान आंदोलन के चलते सुरक्षा का ध्यान रखते हुए यह कदम उठाया गया, लेकिन यात्रियों को इसकी वजह से बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने के लिए वैकल्पिक मार्गों की जानकारी दी और यात्रियों से इन मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी है।
यह स्थिति कब तक बनी रहेगी, इस पर अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन प्रशासन ने यात्रियों को आश्वस्त किया है कि जल्द ही ट्रैफिक समस्या को कम करने के लिए कदम उठाए जाएंगे।