अधिकारी डॉ. विधु कुमार के आय से अधिक संपत्ति के मामले में EOU की छापेमारि

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आर्थिक अपराध इकाई की एक बड़ी कार्रवाई सामने आयी है। बिहार के सबसे बड़े केंद्रीय कारागार बेउर जेल के अधीक्षक विधु कुमार के सरकारी और पैतृक आवार पर ईओयू की टीम ने जांच शुरू की है।

राजधानी पटना स्थित केंद्रीय कारा बेउर के अधीक्षक डॉ. विधु कुमार के गांव स्थित पैतृक घर और जेल परिसर के पास स्थित सरकारी आवास पर आर्थिक अपराध इकाई ने शनिवार की सुबह धावा बोला। आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारी आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच के लिए पहुंचे हैं। छह महीने पहले ही बिहार कारा सेवा के अधिकारी डॉ. विधु कुमार की पटना के बेउर केंद्रीय कारागार में पदस्थापना हुई थी। बेउर काराधीक्षक बनने के बाद और उसके पहले की उनकी कमाई, पूर्वजों की संपत्ति और इनके वेतन से मिलान किया जा रहा है, ताकि आय से अधिक संपत्ति की जांच हो सके।

कई अहम दस्तावेज हाथ लगे

जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले को लेकर की जा रही है। अधिकारियों ने अधीक्षक की संपत्तियों और वित्तीय लेनदेन की गहन जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, जेल के भीतर और बाहर अधीक्षक से जुड़ी संपत्तियों पर कई अहम दस्तावेज हाथ लगे। टीमों का दावा है कि करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति का मामला उजागर हो सकता है। इस कार्रवाई ने पूरे जेल प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है। इधर, जेल अधीक्षक पर आर्थिक अपराध इकाई में आय अधिक संपत्ति यानी डीए का केस दर्ज कर लिया है। अब तक की जांच में अधीक्षक के पास आय से करीब 150 सौ फ़ीसदी अधिक की संपत्ति मिलने की सूचना है। अधीक्षक के बिहटा के बिशनपूरा गांव स्थित आवास पर भी छापेमारी चल रही है।

मोतिहारी में जेल अधीक्षक के करीबी के ठिकाने पर छापेमारी

वहीं आर्थिक अपराध इकाई की दूसरी टीम मोतिहारी के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के पतौरा गांव में जमीन कारोबारी नीरज कुमार सिंह के आवास छापेमारी करने पहुंची। इनपर भी आय से अधिक संपति का मामला दर्ज है। इस छापेमारी का तार बेऊर जेल के सुप्रिटेंडेंट विधु कुमार से जुड़ा है। दरअसल, विधु कुमार पूर्व में मोतिहारी जेल के अधीक्षक थे। इस दौरान नीरज से उनका संपर्क हुआ था। नीरज कुमार सिंह के खिलाफ ईओयू को कई सबूत भी हाथ लगे। फिलहाल पिछले तीन घंटे से नीरज कुमार सिंह के आवास पर छापेमारी चल रही है।

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