J&K Assembly Elections: घाटी में‌ अनुच्छेद 370 की बहाली और पूर्ण राज्य का दर्जा; कांग्रेस-नेकां में गठबंधन के बाद फारुख का चुनावी मुद्दा

नेकां प्रमुख डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने बृहस्पतिवार को अपने गुपकार स्थित आवास पर राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ करीब 70 मिनट तक चली बैठक के बाद यह घोषणा की।


 


कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है। नेकां प्रमुख डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने बृहस्पतिवार को अपने गुपकार स्थित आवास पर राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ करीब 70 मिनट तक चली बैठक के बाद यह घोषणा की। फारूक ने बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सौहार्दपूर्ण माहौल में हमारी अच्छी बैठक हुई। गठबंधन पटरी पर है और सब ठीक रहा तो यह गठबंधन सुचारु रूप से चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि सभी 90 विधानसभा सीटों पर दोनों दलों में सहमति बन चुकी है। फारूक ने कहा कि कांग्रेस और नेकां मिलकर चुनाव लड़ेंगे। सीपीआई (एम) के तारिगामी भी हमारे साथ हैं। मुझे उम्मीद है कि हमारे लोग भी साथ हैं और हम जनता के जीवन को बेहतर बनाने के लिए भारी बहुमत से चुनाव जीतकर सरकार बनाएंगे।

अब्दुल्ला ने कहा कि सभी मिलकर जम्मू-कश्मीर में 370 और पूर्ण राज्य का दर्जा बहाली कराएंगे। उन्होंने कहा, राज्य का दर्जा हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस राज्य ने बुरे दिन देखे हैं और हमें उम्मीद है कि यह अपनी पूरी शक्तियों के साथ बहाल होगा। इसके लिए हम इंडिया गठंधन के साथ खड़े हैं।

विभाजनकारी ताकतों को हराना मकसद

नेकां अध्यक्ष ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच न्यूनतम साझा कार्यक्रम का कोई सवाल ही नहीं है। हमारा साझा कार्यक्रम देश में मौजूद विभाजनकारी ताकतों को हराने के लिए चुनाव लड़ना है। यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव पूर्व या गठबंधन के बाद पीडीपी के लिए कोई जगह है, उन्होंने कहा, हमें पहले चुनाव देखने दीजिए, फिर हम उन चीजों पर गौर करेंगे। सीट बंटवारे पर फारूक ने कुछ दिन इंतजार करने के लिए कहा। उन्होंने कहा, पहले चरण से पहले सब कुछ सामने आ जाएगा। अब्दुल्ला ने इस सवाल का जवाब देने से इन्कार कर दिया कि वह चुनाव लड़ेंगे या नहीं। उन्होंने कहा कि वह बहुत खुश हैं कि कांग्रेस नेतृत्व के साथ बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई और वह देश को मजबूत बनाने के लिए निकले हैं।

लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार वापस दिलाएंगे

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल करना कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की प्राथमिकता है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी कहा कि यह उनकी पार्टी का लक्ष्य है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को उनके लोकतांत्रिक अधिकार वापस मिलें। राहुल ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत के बाद कहा कि जितनी जल्दी हो सके जम्मू-कश्मीर में राज्य का दर्जा बहाल करना हमारी प्राथमिकता है। हमें उम्मीद थी कि यह चुनाव से पहले किया जा सकता है। जम्मू-कश्मीर के लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार बहाल किए जाएंगे। आजादी के बाद यह पहली बार है कि किसी राज्य को अपग्रेड करके केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है।

पहली बार कोई राज्य केंद्र शासित प्रदेश बन गया

राहुल ने कहा, केंद्र शासित प्रदेश राज्य बन गए हैं, लेकिन यह पहली बार है कि कोई राज्य केंद्र शासित प्रदेश बन गया है। हम अपने राष्ट्रीय घोषणापत्र में भी बहुत स्पष्ट हैं कि यह हमारे लिए प्राथमिकता है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोग उनके लोकतांत्रिक अधिकार वापस पाएं। राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव के लिए जमीनी स्तर की तैयारियों के बारे में फीडबैक लेने के लिए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ यहां कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से बात की। उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर और यहां आना उनके लिए हमेशा खुशी की बात है।

चुनाव आयुक्त की पर्यवेक्षकों संग बैठक

जम्मू-कश्मीर में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने विधानसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षकों संग बैठक की। इस बैठक में उन्होंने कहा कि आज हमने तीन तरह के पर्यवेक्षकों के साथ बैठक की है। आगे कहा कि जिसमें सामान्य पर्यवेक्षक, पुलिस पर्यवेक्षक और व्यय पर्यवेक्षक शामिल हैं। सामान्य पर्यवेक्षक मशीनों पर, पुलिस पर्यवेक्षक बल की तैनाती पर और व्यय पर्यवेक्षक उम्मीदवारों के खर्च पर नजर रखेंगे।

बातचीत में आगे कहा कि हर उम्मीदवार के लिए पर्यवेक्षक उपलब्ध रहेंगे। सभी व्यवस्थाएं निष्पक्ष रूप से की जाएंगी। चुनावों को लेकर जम्मू-कश्मीर के लोगों में बहुत उत्साह है। हम और हमारे सभी पर्यवेक्षक यह सुनिश्चित करेंगे कि लोग जहां चाहें वहां स्वतंत्र रूप से मतदान कर सकें।

 

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