उत्तराखंड: दिल्ली रूट पर 221 रोडवेज बसें फिर से चलेंगी, पाबंदियां हटीं

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली सरकार ने रोडवेज बसों पर लगाई गई पाबंदियां हटा दी हैं। 14 नवंबर को दिल्ली सरकार ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान-4 (GRAP-4) लागू किया था, जिसके बाद उत्तराखंड परिवहन निगम की 194 सामान्य और 27 वॉल्वो बसों का संचालन बंद कर दिया गया था। इससे दिल्ली जाने वाले यात्रियों को बहुत परेशानी हुई। अब सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर दिल्ली सरकार ने इन बसों को फिर से चलाने की अनुमति दे दी है।बृहस्पतिवार को दिल्ली सरकार ने बीएस-3 और बीएस-4 मॉडल की बसों के संचालन को फिर से शुरू करने का आदेश जारी किया है। शुक्रवार से उत्तराखंड परिवहन निगम की करीब 221 बसें दिल्ली रूट पर चलने लगेंगी।
22 दिन की इस बंदी के दौरान यात्रियों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उन्हें घंटों तक बसों का इंतजार करना पड़ा और कई बार दिल्ली के लिए कोई बस भी उपलब्ध नहीं हुई। इससे उनके सफर में काफी परेशानी हुई। अब पाबंदियां हटने से उन्हें राहत मिलेगी।बीएस-3 और बीएस-4 मॉडल की बसों पर पाबंदी लगने के बाद यात्रियों को देहरादून से दिल्ली जाने के लिए निजी बसों और टैक्सियों का सहारा लेना पड़ा, जिससे उन्हें दो से तीन गुना अधिक किराया देना पड़ा। इसका मतलब था कि यात्रा का खर्च बढ़ गया और लोगों को अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ा।
इस बंदी का असर बस चालक-परिचालकों पर भी पड़ा। कई संविदा और विशेष श्रेणी के चालक-परिचालकों को इस दौरान काम नहीं मिला, जिससे उन्हें घर पर बैठकर आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा। ये चालक-परिचालक किमी के हिसाब से वेतन पाते हैं, और जब बसें नहीं चलतीं, तो उनकी आय प्रभावित होती है।सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली सरकार ने GRAP-4 के तहत बीएस-3 और बीएस-4 मॉडल की बसों पर लगाई गई पाबंदियों को हटा लिया है। इससे न केवल यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि चालक-परिचालकों को भी काम मिलने लगेगा और परिवहन निगम का संचालन सामान्य हो सकेगा।