राम निवास गोयल के संन्यास पर केजरीवाल का बयान, कहा- AAP के ‘पितामाह’ रहे

दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ विधायक राम निवास गोयल ने गुरुवार को चुनावी राजनीति से संन्यास लेने का निर्णय लिया। उन्होंने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को एक पत्र लिखकर यह जानकारी दी, जिसमें उन्होंने बताया कि अब उनकी उम्र के कारण वे चुनावी राजनीति से दूर रहना चाहते हैं, हालांकि पार्टी के कामों में उनकी भागीदारी जारी रहेगी। गोयल ने कहा कि वे पार्टी के लिए काम करते रहेंगे, प्रचार में भाग लेंगे और समय-समय पर मार्गदर्शन भी देंगे, लेकिन चुनाव नहीं लड़ने का उनका निर्णय स्थिर है।
इस पर अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा, “मैं राम निवास गोयल का बहुत सम्मान करता हूं। वे मेरे बहुत करीब हैं और हमारी पार्टी उन्हें पितामह के रूप में देखती है। हम जब भी जरूरत पड़ी, उन्होंने हमेशा हमारा मार्गदर्शन किया। हाल ही में मैंने उन्हें अपना विचार बदलने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने अपनी उम्र और सेहत का हवाला देते हुए चुनाव न लड़ने का निर्णय लिया है। हम उनके फैसले का सम्मान करते हैं।”
पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी गोयल के संन्यास पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट किया, “गोयल साहब ने राजनीति में अपने सिद्धांतों, सादगी और निस्वार्थ सेवा से जो आदर्श स्थापित किए, वे आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा हैं। आपने सदन को गरिमा, मर्यादा और नई पहचान दी। उनका यह निर्णय हमें यह सिखाता है कि राजनीति सेवा का माध्यम है, न कि कुर्सी से चिपके रहने का।”
राम निवास गोयल ने अपने पत्र में लिखा कि उन्होंने पिछले दस वर्षों से शहादरा विधानसभा के विधायक और विधानसभा अध्यक्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाई है और उन्हें हमेशा पार्टी और विधायकों से सम्मान मिला है। उन्होंने पार्टी और सभी विधायकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि उनकी उम्र के कारण वे अब चुनावी राजनीति से दूर रहना चाहते हैं, लेकिन पार्टी के लिए अपनी सेवा जारी रखेंगे।