वाराणसी रेलवे स्टेशन पर अग्निकांड का खतरा, ध्वस्त अग्निशमन यंत्र ने बढ़ाई चिंता

वाराणसी के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर आग से बचाव के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं दिखाई दे रही है, जो कि एक गंभीर सुरक्षा चूक है। कैंट रेलवे स्टेशन पर पार्सल घर और प्राइवेट वाहन पार्किंग में आग बुझाने के कोई उपकरण नहीं हैं। पार्सल पैकेट प्लेटफार्मों और परिसर में बेतरतीब फैले रहते हैं, जिससे आग लगने पर काबू पाना मुश्किल होगा, जैसा कि हाल ही में कर्मियों के वाहन पार्किंग में हुआ था।बनारस स्टेशन पर भी आग से बचाव के इंतजाम की स्थिति निराशाजनक है। द्वितीय प्रवेश द्वार के पास स्थित वाहन पार्किंग में न तो अग्निशमन यंत्र हैं और न ही आग से बचाव के अन्य उपकरण। रविवार को प्लेटफॉर्म नंबर एक पर पार्सल पैकेट खुले में बेतरतीब तरीके से रखे हुए थे, जो आग के समय तुरंत प्रभावित हो सकते हैं। आरक्षण केंद्र परिसर में भी दो पहिया वाहनों के लिए स्टैंड है, लेकिन वहां भी आग बुझाने के उपकरण की कमी है।
सिटी स्टेशन और काशी स्टेशन पर भी आग से बचाव की कोई व्यवस्था नहीं है। सिटी स्टेशन पर पार्सल और वाहन पार्किंग स्टैंड में न तो अग्निशमन यंत्र हैं, न ही पानी की पाइपलाइन या हाईड्रेंट की व्यवस्था है। पार्सल भी ऐसे जगहों पर रखे गए हैं कि आग लगने पर जल्दी ही खतरे की जद में आ सकते हैं। काशी स्टेशन पर भी स्थिति यही है, जहां वाहन पार्किंग और अन्य स्थानों पर अग्निशमन यंत्र की कमी है। इन स्टेशनों पर आग से बचाव के उपायों की तुरंत आवश्यकता है ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके।