बेटे को छोड़ने गए यात्री को ट्रेन ने पहुंचाया दिल्ली, रेलवे की नई एडवाइजरी

शुक्रवार को कानपुर में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से जुड़े एक असामान्य और शिक्षाप्रद घटना ने यात्रियों को सतर्क रहने का संदेश दिया। राम विलास यादव नामक व्यक्ति अपने पुत्र को वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस के चेयर कार कोच सी-6 में बैठाने गए। ट्रेन के स्वचालित दरवाजे बंद होने की घोषणा के बावजूद, वे कोच से बाहर नहीं निकल सके और ट्रेन चल पड़ी।
इस परिस्थिति में, राम विलास यादव को मजबूरन ट्रेन के अगले स्टॉपेज, नई दिल्ली, तक यात्रा करनी पड़ी। प्रयागराज मंडल के पीआरओ अमित कुमार सिंह के अनुसार, राम विलास ने ट्रेन को रुकवाने की कोशिश की, लेकिन नियमानुसार, स्वचालित दरवाजों के चलते यह संभव नहीं हो सका। इसके साथ ही, ट्रेन में बिना वैध टिकट यात्रा करने के कारण उन्हें ₹2870 का जुर्माना भी देना पड़ा।
इस घटना के बाद, एनसीआर प्रशासन ने यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी जारी की। इसमें स्पष्ट किया गया कि वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी अत्याधुनिक ट्रेनों में स्वचालित दरवाजे लगाए गए हैं, जो सुरक्षा कारणों से एक बार बंद होने के बाद अगले स्टेशन पर ही खुलते हैं। यात्रियों और उनके साथ स्टेशन पर आए लोगों को चेतावनी दी गई कि केवल वैध यात्री ही ट्रेन में चढ़ें और अनावश्यक रूप से कोच में प्रवेश करने से बचें।