बिहार में ठंड और बढ़ते प्रदूषण से एक्यूआई 300 के पार, पटना की हवा गंभीर रूप से खराब

शनिवार को बिहार के कई प्रमुख शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर बहुत खराब हो गया है, जिससे लोगों की सेहत पर असर पड़ने की चिंता बढ़ गई है। पटना में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 352 दर्ज किया गया, जो कि ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। इसके अलावा, हाजीपुर और गया में भी AQI 300 के पार रहा। इन तीनों शहरों में प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है। मुजफ्फरपुर, भागलपुर और अन्य कुछ शहरों की हवा भी खराब हो चुकी है, जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हो सकती है।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार सुबह 9 बजे पटना के समानपुरा इलाके में AQI 352 था। हाजीपुर में AQI 330 और गया में AQI 303 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के उच्च स्तर को दर्शाता है। यह स्थिति खासकर उन लोगों के लिए खतरनाक है जो पहले से सांस संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। इसके अलावा, बच्चों और बुजुर्गों को भी ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि इस स्तर के प्रदूषण से उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
बिहार के अन्य शहरों जैसे अररिया, बेतिया, भागलपुर, किशनगंज, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, राजगीर और सहरसा में भी AQI 200 से अधिक दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। इस श्रेणी में प्रदूषण से सांस लेने में दिक्कत हो सकती है, और श्वास संबंधित रोगों से जूझ रहे लोगों के लिए यह और भी खतरनाक हो सकता है।पूर्णिया में AQI 134 था, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है, लेकिन यह भी संकेत देता है कि हवा की गुणवत्ता में गिरावट आ रही है। ठंड के मौसम में प्रदूषण का स्तर और बढ़ सकता है, क्योंकि ठंडी हवा प्रदूषण के कणों को और फैलाती है।इस स्थिति को देखते हुए, स्थानीय प्रशासन को प्रदूषण नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। जैसे कि धुआं छोड़ने वाली गाड़ियों पर प्रतिबंध, निर्माण कार्यों पर नियंत्रण और हरी-भरी जगहों की संख्या बढ़ाने के उपाय किए जाने चाहिए। साथ ही, नागरिकों को भी प्रदूषण से बचाव के लिए मास्क पहनने और कम समय के लिए बाहर जाने की सलाह दी जाती है