उमरिया: आदिवासी छात्रावास से लापता चार बच्चे, स्कूल बैग लेकर निकले लेकिन लौटे नहीं

उमरिया के छात्रावास से चार छात्र लापता, एक शहडोल स्टेशन पर मिला, तीन की तलाश जारी
मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के नेताजी सुभाष चंद्र बोस बालक छात्रावास से कक्षा 8वीं के चार आदिवासी छात्र गुरुवार सुबह रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गए। ये छात्र सुबह 10 बजे स्कूल बैग लेकर विद्यालय जाने के लिए निकले थे, लेकिन वहां नहीं पहुंचे। विद्यालय से प्रिंसिपल द्वारा सूचना मिलने पर वार्डन ने छात्रों की तलाश शुरू की। छात्रावास और आसपास के क्षेत्रों में व्यापक खोजबीन के बावजूद, जब छात्रों का कोई सुराग नहीं मिला, तो वार्डन ने कोतवाली थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस तुरंत सक्रिय हो गए। तलाशी अभियान में जुटी शहडोल जीआरपी ने रेलवे स्टेशन पर एक छात्र को बरामद किया है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि छात्र ने छात्रावास से भागकर ट्रेन पकड़ने की कोशिश की थी। हालांकि, तीन अन्य छात्रों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही संभावित स्थानों पर तलाशी तेज कर दी है।
जिला परियोजना समन्वयक, सर्व शिक्षा अभियान, संजय सिंह ने बताया कि लापता छात्रों को जल्द से जल्द खोजने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस घटना ने न केवल प्रशासन को सतर्क किया है, बल्कि सरकारी छात्रावासों में सुरक्षा और देखभाल के प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। छात्रों की अचानक गुमशुदगी ने अभिभावकों और स्थानीय नागरिकों में भय और चिंता पैदा कर दी है।
घटना के बाद प्रशासन ने अन्य छात्रावासों की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। बच्चों की गतिविधियों की निगरानी के लिए सख्त कदम उठाने की बात कही गई है। घटना ने छात्रावासों में बच्चों की देखभाल, उनकी समस्याओं और वहां की सुविधाओं की कमी की ओर ध्यान आकर्षित किया है।
लापता छात्रों के परिवारों ने प्रशासन से बच्चों की सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई है। इस घटना को लेकर जिले में हड़कंप मचा हुआ है। स्थानीय नागरिकों और अभिभावकों ने प्रशासन से मामले की गहन जांच और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल, तीन छात्रों की सुरक्षित वापसी की उम्मीद के साथ, सभी की निगाहें प्रशासन की जांच और आगामी कदमों पर टिकी हुई हैं।