एमपी में एआईएमआईएम छोड़ IUML में शामिल हुई टीम, तौकीर निजामी बने प्रदेश प्रवक्ता

इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने मध्य प्रदेश में अपनी संगठनात्मक संरचना को मजबूत करने के लिए हाल ही में राजधानी भोपाल में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया, जिसमें तौकीर निजामी को प्रदेश प्रवक्ता नियुक्त किया गया। इससे पहले ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) से जुड़े रहे तौकीर निजामी ने प्रदेश में AIMIM की उपस्थिति को मजबूती से स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई थी। इसी अनुभव और उनकी नेतृत्व क्षमता के आधार पर IUML ने उन पर भरोसा जताया और उन्हें प्रदेश में अपनी आवाज बुलंद करने की जिम्मेदारी सौंपी है। उनके साथ कई कार्यकर्ताओं ने भी IUML की सदस्यता ली, जिससे यह संकेत मिलता है कि प्रदेश में IUML अपनी जड़ें जमाने की कोशिश में है।
IUML ने तौकीर निजामी को प्रवक्ता के रूप में नियुक्त कर राज्य की राजनीति में अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज करवाई है। पार्टी के ज्वाइंट सेक्रेटरी डॉ. एम. यासिर राज ने उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपा, और इस मौके पर IUML के प्रदेश अध्यक्ष जावेद खान समेत कई अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सूत्रों के मुताबिक, AIMIM के प्रदेश में शुरुआती विस्तार में तौकीर का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जिसके चलते IUML ने उन्हें प्रदेश प्रवक्ता का पद देने का फैसला किया।
IUML के इस कदम को राज्य में मुस्लिम समुदाय के लिए एक नए राजनीतिक विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। IUML दक्षिण भारत में मजबूत उपस्थिति वाली पार्टी है और अब मध्य प्रदेश के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में अपनी जड़े फैलाने की कोशिश कर रही है। प्रदेश की 45 से अधिक विधानसभा सीटों में मुस्लिम वोटर्स की अच्छी खासी संख्या है, जो किसी भी चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। IUML का मानना है कि भाजपा और कांग्रेस से असंतुष्ट मुस्लिम वोटर्स के लिए यह पार्टी एक नया और विश्वसनीय विकल्प प्रदान कर सकती है।
प्रदेश में मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में IUML के वर्चस्व स्थापित करने के लिए कई विधानसभा सीटें महत्वपूर्ण हो सकती हैं। इन क्षेत्रों में धार, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन जैसे स्थान शामिल हैं, जहां मुस्लिम मतदाताओं की बड़ी संख्या है। इंदौर, उज्जैन, भोपाल संभागों के अलावा राजगढ़, विदिशा, रायसेन, सीहोर, बैरसिया, सागर, जबलपुर, सतना, और ग्वालियर जैसे जिलों में भी मुस्लिम वोटर्स मौजूद हैं, जो पार्टी के विस्तार के लिए अहम हो सकते हैं।
IUML का यह कदम यह भी दर्शाता है कि पार्टी अपने संगठनात्मक ढांचे को प्रदेश में अधिक मजबूत बनाकर आगामी चुनावों में प्रभावी उपस्थिति दर्ज करवाने की कोशिश में है। मुस्लिम मतदाताओं की एकजुटता IUML के लिए मध्य प्रदेश में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, और तौकीर निजामी जैसे अनुभवी नेता के जुड़ने से पार्टी को राज्य में अपनी पहचान बनाने में मदद मिल सकती है।