राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस 2024: हिमाचल के मरीजों ने दी कैंसर को चुनौती, बनें प्रेरणा स्रोत

हिमाचल प्रदेश में कैंसर से जंग जीतने वाली प्रेरणादायक कहानियां
हर साल 7 नवंबर को राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लोगों को कैंसर की पहचान, इलाज और इसके रोकथाम के बारे में जागरूक करना है। हिमाचल प्रदेश में कैंसर से जूझने और उसे मात देने वाली कई प्रेरणादायक कहानियां हैं। ये लोग अपने मजबूत हौसले और समय पर इलाज से कैंसर को हरा चुके हैं और अब दूसरों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं।
1. शशिबाला ठाकुर (हमीरपुर)
शशिबाला को 2016 में गले में गांठ महसूस हुई, जिसे शुरू में साधारण इलाज से ठीक किया जा रहा था। लेकिन जब हालत बिगड़ी, तो उन्हें नॉन-हॉजकिन लिंफोमा (कैंसर) का पता चला, और यह तीसरी स्टेज पर था। परिवार का साथ और इलाज के दौरान कीमोथेरेपी से वह एक साल में पूरी तरह ठीक हो गईं और फिर से अपनी नौकरी पर लौट आईं। उनका संघर्ष आज कई लोगों के लिए प्रेरणा बन चुका है।
2. सुचेता वर्मा (चैली गांव)
सुचेता को 2021 में पेट में असहजता और गैस्ट्रिक की समस्या थी, लेकिन बाद में पता चला कि उन्हें पेट का कैंसर है। उन्होंने दिल्ली में ऑपरेशन करवाया और चंडीगढ़ में कीमोथेरेपी ली। अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और दूसरों को भी बीमारी से जूझने की हिम्मत देती हैं। उनका कहना है कि कैंसर का इलाज सही समय पर करवाना बेहद जरूरी है।
3. राजो देवी (घुमारवीं)
राजो देवी को 67 वर्ष की उम्र में पेट में गांठ का पता चला। शुरुआत में कोई खास ध्यान नहीं दिया, लेकिन जब समस्या बढ़ी तो शिमला के अस्पताल में जांच करवायी, जहां कैंसर की पुष्टि हुई। उन्होंने दो साल तक इलाज कराया, कीमोथेरेपी के दर्द को सहते हुए अपनी जंग जारी रखी और आज वह पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनका परिवार हमेशा उनके साथ खड़ा रहा, और उनका संघर्ष अब दूसरों के लिए एक मिसाल बन चुका है।
4. जगजीत (शिमला)
शिमला में व्यापारी जगजीत को 2019 में गले में ग्रोथ के बाद पता चला कि उन्हें ब्लड कैंसर है। शुरू में डर के बावजूद उन्होंने इलाज कराया और 2020 तक पूरी तरह से स्वस्थ हो गए। उनका कहना है कि अगर समय पर इलाज शुरू किया जाए तो कैंसर को हराया जा सकता है।
हिमाचल में कैंसर के इलाज की सुविधाएं
हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर एम्स जैसी मेडिकल सुविधाओं में कैंसर के सभी प्रकार की जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध है। यहां कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी, और कैंसर सर्जरी नियमित रूप से की जाती हैं। आने वाले समय में पैट स्कैन की सुविधा भी शुरू होने वाली है, जो कैंसर के इलाज में और मददगार साबित होगा।विशेषज्ञों का कहना है कि कैंसर के लक्षणों को नजरअंदाज न करें। यदि आपको किसी भी प्रकार की असामान्यता महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर इलाज करने से कैंसर को आसानी से हराया जा सकता है।कैंसर का इलाज संभव है, और इसे समय रहते पहचानने से इलाज और भी प्रभावी होता है। हिमाचल प्रदेश में कई लोग अपने मजबूत हौसले और चिकित्सा सुविधाओं का सही उपयोग करके कैंसर को हराकर स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। अगर आप भी किसी भी लक्षण को महसूस करते हैं, तो देरी न करें, और जल्दी से जल्दी विशेषज्ञ से संपर्क करें।