बेटमा: किडनैपर्स को देख भौंके स्ट्रीट डॉग्स, बच्ची का अपहरण होने से रोका

बेटमा थाना क्षेत्र के काली बिल्लौद गांव में घटी यह घटना आसपास के लोगों में भय और आक्रोश का कारण बन गई है। परिवार और गांववाले इस मामले को लेकर चिंतित हैं, खासकर बच्चों की सुरक्षा को लेकर। बच्ची के चाचा श्रवण कुमार निषाद ने बताया कि उनके पिता पास की पान की दुकान पर गए थे और बच्ची की माँ (भाभी) छत पर थीं। इस बीच बदमाशों ने घर का मेन गेट खटखटाया, ताकि बच्ची बाहर आए और वे उसे आसानी से पकड़ सकें। जैसे ही बच्ची ने दरवाजा खोला और बाहर आई, एक बदमाश ने उसका मुंह दबाकर उसे उठाया और दीवार के दूसरी ओर खेत में खड़े दूसरे बदमाश की तरफ फेंक दिया। दोनों बदमाश बच्ची को बाइक पर लेकर भागने की तैयारी में थे।
इस बीच गांव के स्ट्रीट डॉग्स ने उनके इरादों को भांप लिया और जोर-जोर से भौंकने लगे, जिससे बदमाश डर गए और उनके पैर फिसल गए। इस कारण बच्ची उनकी पकड़ से निकल गई और पास के शिव मंदिर में जाकर छिप गई। घर के लोग कुत्तों के भौंकने की आवाज सुनकर बाहर आए और बच्ची को ढूंढने लगे। मंदिर में बच्ची सुरक्षित मिलने के बाद परिवार को राहत मिली, लेकिन बच्ची की ओर से सुनाई गई आपबीती ने सबको चौंका दिया।
इस घटना से गांव में सुरक्षा की स्थिति पर सवाल उठ गए हैं। परिजनों ने जब थाने में शिकायत दर्ज कराने का प्रयास किया तो उन्हें उचित प्रतिक्रिया नहीं मिली। श्रवण कुमार के अनुसार, उन्होंने मंगलवार को पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई सील या हस्ताक्षर नहीं किया गया। इससे परिवार असंतुष्ट है और उन्हें न्याय न मिलने की चिंता सता रही है।
परिवार और ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। परिवार ने पुलिस से सीसीटीवी फुटेज का जायजा लेने का अनुरोध किया है, ताकि अपराधियों की पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द पकड़ा जा सके। इस घटना के बाद गांव में बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति चिंताएं बढ़ गई हैं। स्थानीय प्रशासन से क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त बनाने और पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की जा रही है, ताकि अपराधियों में भय बना रहे और ग्रामीणों में सुरक्षा का भरोसा बहाल हो सके।